चुनाव के बाद फिर से लाएंगे कृषि कानून, आरएलडी ने किसानों को चेताया

मुजफ्फरनगर (यूपी), 21 नवंबर (आईएएनएस)। राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) ने किसानों को चेतावनी दी है कि एक बार जब भाजपा आगामी चुनाव जीत जाएगी, तो कानून हमें परेशान करने के लिए वापस आ जाएंगे।
 
मुजफ्फरनगर (यूपी), 21 नवंबर (आईएएनएस)। राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) ने किसानों को चेतावनी दी है कि एक बार जब भाजपा आगामी चुनाव जीत जाएगी, तो कानून हमें परेशान करने के लिए वापस आ जाएंगे।

आरएलडी अध्यक्ष जयंत चौधरी ने एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, उन्होंने कानूनों को निरस्त करने का फैसला किया है, लेकिन अगर वे चुनाव जीत जाते हैं, तो भाजपा इन कानूनों को वापस लाएगी।

जिस तरह से प्रधानमंत्री ने कहा कि वह किसानों को कानून नहीं समझा सके, वह चिंताजनक है। इसके अलावा, बिहार सरकार के एक मंत्री ने भी कहा कि कृषि कानून फिर से लागू किया जाएगा। मैं यह नहीं कह रहा हूं, लेकिन भाजपा नेता और उनके सहयोगी हैं, यह कह रहे हैं।

रालोद प्रमुख ने ऐतिहासिक जीत पर किसानों को बधाई दी और कहा कि आंदोलन ने साबित कर दिया कि हर नागरिक आंदोलनजीवी बन गया है।

चौधरी ने सरकार को आंदोलन के दौरान किसानों के बलिदान की भी याद दिलाई और लखीमपुर खीरी हिंसा में हुई मौतों का भी जिक्र किया।

उन्होंने कहा, आंदोलन के दौरान 700 से अधिक किसान मारे गए, उनके परिवारों को सम्मान की जरूरत है। लखीमपुर खीरी कांड के लिए जिम्मेदार मंत्री का बेटा अभी भी अपना पद संभाल रहा है। इसका जवाब देने की जरूरत है।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर हमला करते हुए आरएलडी प्रमुख ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि नीतियां कैसे बनाई जाती हैं और उन्हें कैसे लागू किया जाता है।

ऐसे व्यक्ति को मुख्यमंत्री कैसे बनाया जा सकता है? 2017 में, राज्य पर 4 लाख करोड़ रुपये का कर्ज था, जो अब बढ़कर 6 लाख करोड़ रुपये हो गया है। स्थिति यह है कि सरकार अपने कर्मचारियों को वेतन भी नहीं दे पा रही है, लेकिन योगी आदित्यनाथ अपने प्रचार में चौबीसों घंटे लगे हुए हैं।

चौधरी ने राज्य की जनता को एक करोड़ सरकारी नौकरी देने का वादा दोहराया।

उन्होंने कहा, अगर हम सत्ता में आए तो युवाओं को एक करोड़ सरकारी नौकरी दी जाएगी। अगर हम ऐसा नहीं करते हैं तो मैं अपने पद से हट जाऊंगा।

--आईएएनएस

एनपी/आरजेएस