दिल्ली पुलिस ने 21 इंस्पेक्टर के तबादले किए

नई दिल्ली, 23 नवंबर (आईएएनएस)। दिल्ली पुलिस ने 21 इंस्पेक्टरों में फेरबदल किया है और उन्हें तत्काल प्रभाव से नई जिम्मेदारी दी है, जबकि दस पुलिसकर्मियों के अपने पहले के स्थानांतरण आदेश को रद्द कर दिया है।
 
नई दिल्ली, 23 नवंबर (आईएएनएस)। दिल्ली पुलिस ने 21 इंस्पेक्टरों में फेरबदल किया है और उन्हें तत्काल प्रभाव से नई जिम्मेदारी दी है, जबकि दस पुलिसकर्मियों के अपने पहले के स्थानांतरण आदेश को रद्द कर दिया है।

मंगलवार को आईएएनएस को हासिल हुए एक आधिकारिक आदेश के अनुसार, 13 क्षेत्रों सीआर पार्क, पांडव नगर, रंजीत नगर, रिठाला मेट्रो स्टेशन, ख्याला, राजा गार्डन मेट्रो स्टेशन, नांगलोई मेट्रो स्टेशन, तिमारपुर, बेगमपुर, शाहीन बाग, ओखला इंड क्षेत्र, कीर्ति नगर, मालवीय नगर और दिल्ली पुलिस अकादमी में नए इंस्पेक्टर तैनात होंगे।

चार इंस्पेक्टर को दिल्ली पुलिस की सुरक्षा शाखा में स्थानांतरित कर दिया गया, जबकि एक को आर्थिक अपराध शाखा, तीसरी बटालियन डीएपी और यातायात विभाग में स्थानांतरित कर दिया गया।

इस आदेश के अनुसार वर्तमान में ख्याला, शाहीन बाग, मालवीय नगर, ओखला में पदस्थापित इंस्पेक्टर राजेश शर्मा, अनिल कुमार, संजय कुमार, दीपक शर्मा, दिनेश कुमार, सुरेंद्र सिंह, विक्रम सिंह राठी, संजय कुमार गुप्ता और भानु प्रताप का तबादला उद्योग क्षेत्र, कीर्ति नगर, बेगमपुर, तिमारपुर, सागरपुर, पांडव नगर और रंजीत नगर, क्रमश: रद्द कर दिए गए हैं।

20 सितंबर को अपने स्थानांतरण आदेश प्राप्त करने वाले निरीक्षक राजेश शर्मा को छोड़कर सभी निरीक्षकों को पिछले सप्ताह स्थानांतरित कर दिया गया था। एसीपी/सीबी ऋतंबर प्रकाश द्वारा हस्ताक्षरित आधिकारिक आदेश में संबंधित डीसीपी को निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए कहा गया था। आदेश में कहा गया, उन्हें अपने नए कार्य में शामिल होने और इस मुख्यालय के अनुपालन की रिपोर्ट करने के निर्देश के साथ एक ही बार में कार्यमुक्त किया जाना चाहिए। उपरोक्त इंस्पेक्टर को कार्यमुक्त करने के बाद, उनके एसीआर को उसी/अगले दिन दर्ज/समीक्षा की जानी चाहिए।

स्थानांतरण एक सामान्य प्रक्रिया का एक हिस्सा है और इन सुधारों का उद्देश्य प्रणाली में अधिक पारदर्शिता और जवाबदेही लाना है। सितंबर और अक्टूबर के महीनों में भी दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के कई तबादले हुए। भारतीय पुलिस सेवा के 50 से अधिक वरिष्ठ अधिकारियों को केवल दो महीनों में नए कार्य सौंपे गए।

--आईएएनएस

एसएस/आरजेएस