माकपा की बैठक में विजयन के दामाद शिवनकुट्टी की हुई आलोचना
जब 6 अप्रैल को होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए सीटों का बंटवारा किया गया था, तो विजयन ने रियास को कोझीकोड जिले की बेयपुर सीट से चुनाव लड़ने के लिए कहा था। जिस पर उन्होंने आसानी से जीत हासिल कर ली, क्योंकि यह माकपा का गढ़ है। लेकिन हैरानी तब हुई, जब उन्होंने उन्हें एक कैबिनेट पद देने का फैसला किया, जो एएन शमसीर को नागवार गुजरा, जो दो बार विधायक रहे हैं।
शमसीर ने विधानसभा में कई बार अपनी नाराजगी जाहिर की है, जिससे ना केवल ट्रेजरी बेंच, बल्कि विपक्षी बेंच भी हैरान हैं।
विधानसभा में रियास ने अपने लोक निर्माण विभाग द्वारा किए जा रहे कार्यों के बारे में एक सवाल के जवाब में याद दिलाया कि यह अच्छा नहीं है, जब विधायक उनसे मिलने ठेकेदारों के साथ आते हैं, तो माकपा विधायक भी नाराज हो जाते हैं।
मामले की जानकारी रखने वाले एक सूत्र के मुताबिक, इस टिप्पणी से विधायक नाराज हो गए और उन्होंने मंगलवार को हुई माकपा की विधायक दल की बैठक में अपनी नाराजगी जाहिर की, क्योंकि वर्तमान में विधानसभा का सत्र चल रहा है।
इसी तरह दसवीं कक्षा के परिणाम को संभालने के तरीके और ग्यारहवीं कक्षा में प्रवेश के कारण हुई गड़बड़ी के लिए शिवनकुट्टी भी चपेट में आ गए।
वहीं, एक मीडिया समीक्षक ने कहा कि शायद यह पहली बार है, जब माकपा विधायक खुलकर सामने आ रहे हैं।
--आईएएनएस
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