वरुण गांधी ने पीएम मोदी को लिखा पत्र- एमएसपी पर कानून बनाने और लखीमपुर मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की

नई दिल्ली, 20 नवंबर (आईएएनएस)। भाजपा सांसद वरुण गांधी ने पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का स्वागत करते हुए पीएम मोदी से एमएसपी पर कानून बनाने और अन्य मुद्दों पर भी तत्काल फैसला करने की मांग की है ताकि किसान, आंदोलन समाप्त कर अपने घर लौट सके।
 
नई दिल्ली, 20 नवंबर (आईएएनएस)। भाजपा सांसद वरुण गांधी ने पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का स्वागत करते हुए पीएम मोदी से एमएसपी पर कानून बनाने और अन्य मुद्दों पर भी तत्काल फैसला करने की मांग की है ताकि किसान, आंदोलन समाप्त कर अपने घर लौट सके।

पीएम मोदी को लिखे पत्र में वरुण ने लिखा है कि तीन कृषि कानूनों की वापसी और फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य की वैधानिक गारंटी की मांग को लेकर पिछले एक साल से किसानों का एक विशाल आंदोलन देशभर में चल रहा है। आपने बड़ा दिल दिखाते हुए इन कानूनों को निरस्त करने की जो घोषणा की है, उसके लिए मैं आपके फैसले का स्वागत करता हूं।

किसान आंदोलन के दौरान 700 से ज्यादा किसानों की मौत का जिक्र करते हुए वरुण ने लिखा कि अगर यह फैसला पहले ले लिया जाता तो इतने बड़े पैमाने पर किसानों की जानें नहीं जाती। वरुण ने इन किसानों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपए का मुआवजा देने की मांग भी प्रधानमंत्री मोदी से की। इसके साथ ही वरुण ने आंदोलन के दौरान किसानों पर दर्ज हुए मुकदमों को भी खत्म करने की मांग की है।

वरुण गांधी ने पीएम मोदी से एमएसपी पर कानून बनाने और अन्य मुद्दों पर भी तत्काल फैसला करने की मांग की है ताकि किसानों को आर्थिक सुरक्षा चक्र मिल सके और वो संतुष्ट होकर, आंदोलन समाप्त कर अपने घर लौट सके।

लखीमपुर खीरी हिंसा का जिक्र करते हुए वरुण गांधी ने पीएम मोदी से इस मामले की निष्पक्ष जांच करने और केंद्रीय मंत्री पर भी सख्त कार्यवाही करने की मांग की है।

दरअसल, पीलीभीत से भाजपा के लोकसभा सांसद वरुण गांधी हाल के दिनों में किसान आंदोलन, लखीमपुर खीरी हिंसा और किसानों से जुड़े मुद्दों पर लगातार पत्र लिख रहे हैं। वरुण गांधी के इन पत्रों की वजह से पार्टी के लिए लगातार असहज स्थिति भी उत्पन्न हो रही है क्योंकि वरुण गांधी लगातार भाजपा और सरकार के स्टैंड से बिल्कुल अलग हटकर नया स्टैंड लेते ही नजर आते हैं।

--आईएएनएस

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