क्यों अटक जाते हैं होते होते आपके काम , सफलता में क्यों आती है बार -बार रुकावट जानिए उपाय और बिगड़े काम को बनाने के मंत्र

 

काम बनते बनते क्यों रुक जाता है ? जानिए वो उपाय जिससे हर काम मे मिलने लगेगी सफलता

कोई काम ना बने तो क्या करें ? कड़ी मेहनत करने और पूरा प्रसाद करने के बावजूद हर काम नहीं बनता है तो यह माना जाता है कि कहीं ना कहीं आपके कर्म के साथ भाग्य नहीं दे रहा है जिससे आपका काम बनता बनता बिगड़ जाता है और बाहर बाहर काम में रुकावट आती कई बार ऐसा होता है कि सफलता के उच्च शिखर पर पहुंचने के बिल्कुल करीब हो होने पर भी अचानक व्यक्ति बिल्कुल फर्श पर आ जाता है और उसका काम बनते बनते बिगड़ जाता है अगर ऐसा किसी भी व्यक्ति के साथ में बार-बार काम में रुकावट आती है हर काम में रुकावट आती है तो इसका मतलब उसका कहीं ना कहीं सूर्य खराब है ।

सूर्य को अर्ध्य देने का तरीका 

 सूर्य को सही करने के उपाय करने चाहिए जिससे सूर्य को अर्ध्य भी दिया जा सकता है लेकिन सूर्य को अर्ध्य देते समय उगते हुए सूर्य को  लाल चंदन लाल गुलाब पानी में डालकर उसको और दे देना है जिससे कुछ दिन बाद आप देखेंगे कि आपके काम जो बनते बनते बिगड़ रहे थे वह धीरे-धीरे बनने के तरफ बढ़ने लगते हैं और धीरे-धीरे आपको सफलता मिलने लगती हैं।

सूर्य को अर्ध्य देते समय गायत्री मंत्र का जाप ॐ घृणि सूर्याय नमः का जाप कर सकते हैं और यह ध्यान रहे कि सूर्य को जल चढ़ाते समय तांबे के लोटे का इस्तेमाल करना है तो और जल की धारा जो नीचे की ओर गिर रही है अपने हाथों को इतना ऊपर उठाएं कि सूर्य और शरीर के बीच में जल की धारा बहती रहे और उस धारा को अपनी आंखों से देखें और सूर्य की किरणें जल की धारा को भेजते हुए आपके शरीर पर पड़े इससे आपका सूर्य यहां मजबूत होता है वही आंखों की रोशनी पर भी बहुत अच्छा प्रभाव पड़ता है और इसका जो असर होता है वह अगर आपके काम बिगड़ते रहते हैं काम में रुकावट आती है बाधाएं आती रहती हैं आपका सूर्य मजबूत होने से जहां सामाजिक प्रतिष्ठा में काफी बढ़ोतरी होती है साथ ही जो भी आप काम करते हैं उसमें सफलता मिलती जाती है और आपकी यश और कीर्ति सूर्य के समान चारों तरफ फैलती रहती है और आपका कॉन्फिडेंस लगातार बढ़ता रहता है।

हर काम मे सफ़लता के उपाय

ऐसा कोई व्यक्ति नहीं है जो यह ना चाहता हूं कि वह जो भी कार्य करें उसमें उसको लगातार सफलता मिलती रहे लेकिन यह तभी संभव है जब कर्म को सही दिशा में पूरी तन्मयता के साथ किया जाए और उसमें आपका भाग्य भी साथ दें इसके लिए आपको अपने आचार विचार और व्यवहार में भी काफी कुछ परिवर्तन लाना होता है और जब आपका कॉन्फिडेंस काफी अच्छा रहता है एक सकारात्मक तरीके से अगर कोई भी प्रयास किया जाता है तो उसमें सफलता मिलने के काफी चांस हो जाते हैं और इसमें भाग्य को भी शामिल करने के लिए अपने ग्रहों की स्थिति को अनुकूल करना होता है अगर कोई भी ग्रह आपका साथ नहीं दे रहा है तो उसकी अनुकूलता के लिए आपको पूजा पाठ या तंत्र मंत्र का सहयोग लेना होता है सूर्य की खराबी अगर है कोई भी काम नहीं बन रहा है तो इसके लिए सूर्य का उपचार तो करना ही है साथ ही आपको अपने कार्यस्थल पर गायत्री मंत्र का जाप जो धीरे-धीरे अवतार है जिससे किसी को भी कोई भी परेशानी भी ना हो और कार्यस्थल या घर जहां भी आपका ज्यादा से ज्यादा समय व्यतीत होता है वहां गायत्री मंत्र के जाप से सकारात्मकता काफी होती है और इस सकारात्मकता के कारण आप पूरे मनोयोग से काम को करते हैं जिससे सफलता भी मिलती है।

सूर्य का मंत्र

सूर्य को मजबूत करने के लिए गायत्री मंत्र का जाप किया जा सकता है साथ ही रत्ना में मालिक को को धारण किया जा सकता है मालिक को धारण करने से सूर्य काफी मजबूत होता है और सूर्य को जल देते समय ॐ घृणि सूर्याय नमः का जाप करते रहे जिसे सूर्य का मंत्र कहा जाता है आदित्य ह्रदय स्त्रोत का पाठ करने से भी सूर्य मजबूत होता है।

काम धंधे में रुकावट के उपाय

काम धंधे में अगर लगातार रुकावट बनी रहती है बाधाएं आती रहती है तो हनुमान जी के ऐसे मन्दिर में जाएं जहां हनुमान जी की मूर्ति पर सिंदूर का चोला चढ़ाया जाता है उस मूर्ति से सिंदूर लेकर सिंदूर को माता सीता के चरणों मे चढ़ा दे और अपनी मनोकामना या जिस भी समस्या से आप परेशान है उस समस्या को माता सीता से मन ही मन कहते हुए सिंदूर को उनके चरणों में अर्पित कर दें और ऐसा आपको लगातार तब तक करना है जब तक कि आपकी समस्या का निदान ना हो जाए और कुछ ही दिनों में आपको यह देखेगा कि आपकी समस्याएं खत्म हो रही है और जो हर काम में रुकावट आ रही थी बार-बार काम होते होते रुक रहा था उस काम में सफलता मिलने लगती है और आपकी समस्या का निदान हो जाता है जब आपकी समस्या का निदान हो जाए तब आप हनुमान जी के मंदिर में जाकर प्रसाद चढ़ाएं और सीता माता का धन्यवाद करें।

बिगड़े काम बनाने का मंत्र

सर्वाबाधा विनिर्मुक्तो धन धान्य सुतान्वितः।
मनुष्यों मत्प्रसादेन भव‍िष्यंति न संशय॥
दुर्गा माता के इस मंत्र का जाप कम से कम एक माला का कर सकते हैं और माता दुर्गा के चरणों मे लाल फूल अर्पित करें । इस मंत्र के  जाप से धन धान्य और अपने फ्यूचर को लेकर जो समस्या है वह दूर होती है ।

इस लेख में जो भी उपाय बताए गए हैं वह ज्योतिषियों द्वारा बताए गए उपाय हैं लेकिन इसके साथ में आपको अपने कर्म को करते रहना है अगर आपने अपने कर्म नहीं किए तो सफलता किस बात की इसलिए आप अपने कर्म को सकारात्मक भाव से पूरे मनोयोग से करें क्योंकि कर्म को करने के बाद ही फिर भाग्य आपका साथ दे सकता है अगर आप भाग्य के भरोसे बैठे रहे तो कोई भी काम सफल होने के बहुत ही कम चांस है।