किसी भी मंदिर में नही देखी होगी इतनी घंटियां ,जानिए क्या है घोड़ाखाल के गोलू मंदिर के बारे में मान्यताएं 

 

उत्तराखंड के गोलू देवता 
उत्तराखंड के नैनीताल के पास घोड़ाखाल में न्याय के देवता गोलू देवता का मंदिर है जहां पहुंचने पर लाखों की संख्या में छोटी से बड़ी घंटियां लगी हुई दिखती है मान्यता यह है कि इस मंदिर में जो भी अपनी मुरादे मांगता है वह पूरी होती है और उसके बाद लोग घटिया भेंट स्वरूप चढ़ाते हैं जिस तरीके से लाखों की संख्या में बड़ी-बड़ी मूर्तियां लगी हुई है वह इस बात का प्रमाण है कि लोगों की मान्यताएं पूरी हो रही है गोलू देवता के बारे में माना जाता है कि यह न्याय के देवता है अगर किसी भी व्यक्ति को लगता है कि उसके साथ अन्याय हुआ है कहीं से भी उसको न्याय नहीं मिल पा रहा है वह अपनी जितनी भी दुख तकलीफ है वह लिखकर भी गोलू देवता को भेजते हैं और यह भी कहा जा रहा है कि लो बाई पोस्ट भी अपनी समस्याओं को लिखकर भेजते हैं और कई लोग वहां खुद आकर चिट्टियां मंदिर में समर्पित करते हैं जो कि जगह जगह देखी जा सकती है और यह माना जाता है कि गोलू देवता के मंदिर में सभी के साथ में न्याय होता है और वही लोगों के द्वारा अपनी मान्यता पूरी होने पर घंटियां भेंट चढ़ाई जाती है ।

गोलू देवता के मंदिर में लोगों का यह भी मानना है कि अपनी कामना को पूरी करने के लिए छोटी घंटियां भी चढ़ाई जाती हैं और जब उनकी समस्याएं दूर हो जाती हैं जो भी मनौती होती है वह पूरी हो जाती है तो अपने सामर्थ्य अनुसार बड़ी घंटियां मंदिर में भेंट की जाती है।


उत्तराखंड के इष्ट देवता हैं गोलू महाराज 
उत्तराखंड के लोगों के इष्ट देव है गोलू देवता
गोलू देवता को भगवान शिव का अवतार माना जाता है और उत्तराखंड के लोगों अपनी कोई भी शुभ चीजों को करने के लिए गोलू देवता के मंदिर में आते हैं और उनकी मान्यताएं पूरी होती है गोलू देवता को यह भी माना जाता है कि इस मंदिर में जो भी दंपति अपने समस्याओं को लेकर आता है उसकी समस्या पूरी होती है उसका जीवन खुशहाल होता है।