अमावश्या तिथि होती है खास, ये खास उपाय अपनाकर पाए जीवन की कई समस्याओं से निदान  | Amavasya Kab Hai

January 2024 Amavasya Date | Amavasya Ke Prakar In Hindi | अमावश्या कितने प्रकार की होती है

 

Amavasya Precautions: अमावश्या तिथि पर क्या करें उपाय।  

Things Not To Do On Amavasya Day: अमावश्या पर क्या करने से बचना चाहिए। 

What Not To Eat On Amavasya: अमावश्या पर क्या करना चाहिए। 

Amavasya What Happens: अमावश्या तिथि पर क्या होता है। 

अमावश्या तिथि को हिन्दू धर्म में बहुत ही शक्तिशाली तिथि माना जाता है। कहा जाता है कि अमावश्या के दिन की गयी उपासना का पुण्य कई गुना बढ़ जाता है। इस दिन सूर्य और चन्द्रमा एक साथ रहते हैं। जिस कारण उनकी संयुक्त ऊर्जा का प्रभाव बना रहता है। अमावश्या के दिन मुख्य रूप से पितरों की उपासना की जाती है क्योंकि इस तिथि के स्वामी पितर माने जाते हैं। बता दें अमावश्या के दिन किसी पवित्र नदी में स्नान-ध्यान और अपने पितरों के नाम से दान करने का विशेष महत्व होता है। इस तिथि को नदी में स्नान कर सूर्य को अर्ध्य देकर अपने पितरों को तर्पण किया जाता है। अमावश्या तिथि को श्राद्ध करने का भी विशेष महत्व होता है। आपको बता दें कि अगली अमावश्या 11 जनवरी 2024 को पड़ेगी, जिसे पौष अमावश्या कहा जाता है। इसके बाद 9 फरवरी 2024 को अमावश्या पड़ेगी जिसे माघ अमावश्या कहा जाता है। 

amavasya effects on human: इन कार्यों के द्वारा आप लें सकते हैं अमावश्या तिथि का लाभ

पवित्र नदी में स्नान कर सूर्य को जल अर्पित करना चाहिए 
अपने परिवार की सुख-शांति के लिए करें पितरों के लिए दान 
भगवान शिव और माता पार्वती की करें उपासना

What should you not do in Amavasya?

अमावश्या पर नहीं करने चाहिए ये काम: इस तिथि पर मांस-मदिरा, प्याज, लहसुन, बैंगन, मसूर दाल आदि के सेवन से बचना चाहिए। अमावश्या के दिन झाड़ू नहीं खरीदना चाहिए। 

अमावस कितने प्रकार के होते हैं?

सोमवती अमावस्या, भौमवती अमावस्या, मौनी अमावस्या, शनि अमावस्या, हरियाली अमावस्या, दिवाली अमावस्या, सर्वपितृ अमावस्या आदि मुख्‍य अमावस्या होती है। 

सबसे शक्तिशाली अमावस्या कौन सी है?

सोमवार के दिन पड़ने वाली अमावस्या का विशेष महत्व होता है। ऐसा माना जाता है कि इस विशेष अमावस्या पर व्रत रखने से महिलाओं को विधवापन से मुक्ति मिलती है और संतान प्राप्ति सुनिश्चित होती है। यह भी माना जाता है कि इस अमावस्या का व्रत करने से सभी मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं।

आपको आज हम बताएंगे कुछ ऐसे कार्यों के बारे में, पुराणों के अनुसार जिन्हे अमावश्या की तिथि पर करने से आपको हानि की प्राप्ति होती है और आपके द्वारा किये सभी अच्छे कर्मों का लाभ आपको प्राप्त नहीं हो पाता। 

1. जो व्यक्ति अमावस्या को दूसरे का अन्न खाता है उसका महीने भर का किया हुआ पुण्य दूसरे को (अन्नदाता को) मिल जाता है । (स्कंद पुराण, प्रभास खं. 207.11.13)

2. अमावस्या के दिन पेड़-पौधों से फूल-पत्ते, तिनके आदि नहीं तोड़ने चाहिए, इससे ब्रह्महत्या का पाप लगता है । (विष्णु पुराण)

4. अमावस्या के दिन खेती का काम न करें, न मजदूर से करवाएं ।

5. अमावस्या के दिन श्रीमद्भगवद्गीता का सातवाँ अध्याय पढ़ें और उस पाठ का पुण्य अपने पितरों को अर्पण करें । सूर्य को अर्घ्य दें और प्रार्थना करें । आज जो मैंने पाठ किया मेरे घर में जो गुजर गए हैं, उनको उसका पुण्य मिल जाए । इससे उनका आर्शीवाद हमें मिलेगा और घर में सुख-सम्पत्ति बढ़ेगी ।

यहां हम आपको अमावश्या तिथि पर गरीबी भगाने के बताएंगे शास्त्रीय उपाय 

यदि आप गरीबी से, काम धंधे में बरकत नहीं होने से परेशान हैं और बेरोजगारी ने आपका गला घोंटा हुआ है। तो न हों परेशान, हर अमावस्या को घर में एक छोटा सा आहुति प्रयोग करें ।

सामग्री : 1. काले तिल 2. जौ 3. चावल 4. गाय का घी 5. चंदन पाउडर 6. गूगल 7. गुड़ 8. देशी कपूर एवं गौ चंदन या कण्डा ।

विधि: गौ चंदन या कण्डे को किसी बर्तन में डालकर हवन कुण्ड बना लें, फिर उपरोक्त 8 वस्तुओं के मिश्रण से तैयार सामग्री से, घर के सभी सदस्य एकत्रित होकर नीचे दिये गये मंत्रों से 5 आहुति दें ।

आहुति मंत्र
ॐ कुल देवताभ्यो नमः

ॐ ग्राम देवताभ्यो नमः

ॐ ग्रह देवताभ्यो नमः

ॐ लक्ष्मीपति देवताभ्यो नमः

ॐ विघ्नविनाशक देवताभ्यो नमः

इस प्रयोग को करने से आपको कुछ ही दिनों में स्वास्थ्य, समृद्धि और मन की प्रसन्नता दिखायी देगी ।

जिनको भी कमजोरी महसूस होती हो अथवा जिनका मन दुर्बल हो वे सुबह 4 से 5 काजू को शहद के साथ चबा-चबा कर खायें । इससे मन की, नसों की दुर्बलता दूर हो जायेगी। जिन बच्चों का मनोबल, स्मरणशक्ति कमजोर हो या शरीर दुर्बल हो वे 3 काजू शहद के साथ खूब चबा-चबा के खायें तो वे कमजोर मन वाले बच्चे भी जोरवाले (बलवान) होंगे ।

4 से 6 खजूर धोकर रात को भिगो दें । इन्हे यदि आप सुबह खाते हैं आपका तो रक्त बढ़ेगा, मांसपेशियाँ मजबूत होंगी और साथ में धातु की दुर्बलता भी दूर होगी ।

नकारात्मक ऊर्जा मिटाने के लिए उपाय 

घर में हर अमावस्या अथवा हर 15 दिन में पानी में खड़ा नमक (1 लीटर पानी में 50 ग्राम खड़ा नमक) डालकर पोछा लगायें । इससे नेगेटिव एनर्जी चली जाएगी। आप खड़ा नमक के स्थान पर गौझरण अर्क भी डाल सकते हैं ।

अमावस्या के दिन ये टोटके किए जा सकते हैं:

पीपल के पेड़ की पूजा करें और उसे जनेऊ वगैरह अर्पित करें। 
पीपल के पेड़ के नीचे आटे का दीपक जलाएं। 
भगवान विष्णु के मंत्र ऊं नमो भगवते वासुदेवाय का जप करें। 
काले तिल के साथ पितरों को जल अर्पित करें। 
सूर्य अस्त होने के बाद घर की दक्षिण दिशा में केल तिल डालकर सरसों के तेल का दीपक जलाएं। 
रोजगार की तलाश करने वाले एक साफ नींबू को घर के मंदिर में रख दें। 
रात के समय नींबू को सात बार अपने सिर से उतार लें। 
नींबू को 4 बराबर हिस्सों में काट लें और चौराहे पर जाकर चारों दिशाओं में फेंक दें। 

अमावस्या के दिन ये उपाय भी किए जा सकते हैं:

दान करें। 
श्रीमद्भागवत गीता का पाठ करें। 
तर्पण करें। 
पिण्ड दान करें।