इस एक मंत्र के जाप से मिलता है सम्पूर्ण रामायण पढ़ने का फल: गायत्री द्विवेदी।
आदौ रामतपोवनारि गमन, हत्वा मृग, कांचनम्। वैदेहोहरण: जटामुमरण, सुग्रीव, संभाषणम्।।
बाली निग्रहण, समुद्रतरण, लंकापुरी, वाहनम् पश्चात् रावण, कुम्भकर्ण हननम, एतहि रामायणम।।
राम सीता लक्ष्मण हनुमान की आरती उतारकर संस्था के अध्यक्ष विनोद कुमार सिंह ने किया अभिनंदन।
रामायण की प्रस्तुति ने भाव विभोर कर दिया: उपाध्यक्ष एन.बी.सिंह।
ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय
लखनऊ। यूपी महोत्सव में शुक्रवार की शाम सम्पूर्ण श्रीराम कथा नृत्य नाटिका के रुप में मंच पर उतरी। वहीं रामराज्य और लोकतंत्र विषयक विमर्श में वर्तमान व रामायणकालीन सामाजिक ताने-बाने पर सार्थक चर्चा हुई। लोक संस्कृति शोध संस्थान द्वारा आयोजित लोक विमर्श के द्वितीय दिवस वक्ताओं ने गांधी के सर्वोदय, दीनदयाल के अंत्योदय के मूल में रामराज्य की प्रेरणा बतायी गयी। विमर्श में वरिष्ठ साहित्यकार डा. करुणा पाण्डेय, ज्योति काला, डा. राधा बिष्ट, इतिहासविद् डा. संगीता शुक्ला ने अपनी बात रखी।
आयोजन का शुभारंभ एकश्लोकी रामायण से हुआ। नृत्य गुरु निवेदिता भट्टाचार्य और संगीत गुरु अंतरा के निर्देशन में 27 कलाकारों ने अवध में राम आये हैं नामक नृत्य नाटिका में सम्पूर्ण रामायण को मंच पर उतारा। कलाकारों में सौम्या गोयल, सोनिया धर्मपाल, शिल्पी साहू, सुमन मिश्रा, नेहा प्रजापति, स्नेहा, किंजल, नव्या दवे, संस्कृति, मिहिका गांगुली, अविका गांगुली, शीर्षा अग्रवाल, अम्या सिंह, आद्रिका मिश्रा, अथर्व श्रीवास्तव, अव्युक्ता, कर्णिका सिंह, अनिष्का सर्राफ, गुनश्री आर, वानी सिन्हा, सीमा सर्राफ, विवान दवे, शिवान, सम्यक, शिनॉय सम्मिलित रहे। मंच पर जादूगर सुरेश कुमार ने जादू के हैरतअंगेज करतब दिखाए वहीं बंगाल का काला जादू की प्रस्तुति भी हुई। युवा मैजिशियन एवं माइंड रीडर मोहम्मद तुसी ने एक दर्शक की जेब में रखे नोट का नंबर तथा एक दर्शक द्वारा बनाये गये चित्र की पर्ची निकाली। कार्यक्रम में लोक संस्कृति शोध संस्थान की सचिव सुधा द्विवेदी, नीलम वर्मा, नरेश गुप्ता, शम्भूशरण वर्मा, हर्षित, कौस्तुभ सहित अन्य मौजूद रहे।
प्रगति पर्यावरण संरक्षण ट्रस्ट के अध्यक्ष विनोद कुमार सिंह ने नृत्य नाटिका के सभी पत्रों स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया तथा संगीत भवन एकेडमी को प्रतीकात्मक राम मंदिर का मॉडल प्रदान किया।
नृत्यांगना डांस इंस्टीट्यूट द्वारा श्रीमती अनुपमा श्रीवास्तव एवं भानवी श्रीवास्तव द्वारा नृत्य कार्यक्रम निर्देशित किया गया। आज के मुख्य डांस रहे गणेश वंदना, भरतनाट्यम, कथक होली डांस, नाग पीकॉक डांस, पहाड़ी डांस, बॉलीवुड डांस, सालसा, मछुवारा डांस, राजस्थानी, लखनऊ डांस तथा सोलो डांस का निर्देशन नकुल श्रीवास्तव द्वारा किया गया।
इस प्रस्तुति में सभी कलाकारों के द्वारा बहुत ही रोमांचक एवं मोहक अंदाज में प्रस्तुति दी गई। प्रियंका लाल, चंद्र निहारिका, रिया, काव्य भार्गव, तारा, नविषा, समृद्धि ,पीहू, आदि श्रीवास्तव, राधिका मित्त, आर्य सिंह, प्रगति तिवारी ने भाग लिया।
आज के महोत्सव में जादूगर सुरेश एंड पार्टी लखनऊ द्वारा जादू के करतब दिखाए गए। उपस्थित दर्शकों के बीच जादू ने रोमांच पैदा कर दिया। जादूगर सुरेश और उनकी टीम ने खूब तालियां बटोरीं।
इसके पूर्व यूपी महोत्सव की छटवी सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ प्रगति पर्यावरण संरक्षण ट्रस्ट के अध्यक्ष विनोद कुमार सिंह और एन.बी. सिंह ने दीप प्रज्जवलित कर किया तथा महोत्सव में प्रिया पाल ने सभी कलाकारों को सर्टिफिकेट दे कर सम्मान्तिन किया। कार्यक्रम का संचालन अरविंद सक्सेना और हेमा खत्री ने किया।