Untold Story in Hindi : पाताल लोक जाने का रास्ता कहां से है?

Patal Lok Jane Ke Kitne Raste Hai
 
 

Patal Lok Kaise Ja Sakte Hain

Patal Lok Ka Raja Kaun Hai
 

Untold Story in Hindi : बहुत सी कहानियों में आपने पाताल लोक, स्वर्ग लोक, नर्क लोक के बारे में जरूर पढ़ा या सुना होगा. लेकिन क्या आप जानते हैं, कि पाताल लोक का रास्ता कहां है. क्यूंकि बचपन से हम कहानियों में हमेशा से ही पाताल लोक का जिक्र सुनते आए हैं. लेकिन आज तक कभी उस लोक के बारे में कोई भी हमे पुख्ता जानकारी नहीं मिली. तो अब सवाल ये आता है की, क्या ये सच है कि इस पृथ्वी के नीचे भी एक दुनिया है जिसे पाताल लोक के नाम से जाना जाता है, और अगर ये दुनिया सच में है तो कहां है.

कैसे जाएँ पाताल लोक?

तो सबसे पहले मैं आपको बता दूँ की, पाताल लोक में जाने के लिए धरती पर कई सारे रास्ते बताए गए हैं। उन्हीं में से एक रास्ता है भारत के मध्यप्रदेश में बहने वाली नर्मदा नदी के अंदर । और नर्मदा नदी को इसीलिए पाताल लोक की नदी भी कहा जाता है। क्यूंकि इस नदी के भीतर कई सारे रास्ते हैं, जिनसे आप पाताल लोक पहुँच सकते हैं। इसमें इंट्रेस्टिंग फैक्ट ये भी है की देश की सभी नदियों की अपेक्षा नर्मदा विपरीत दिशा यानि opposite direction में बहती है. वहीँ नेमावर के आगे ओंकारेश्वर होते हुए ये नदी गुजरात में प्रवेश करके खम्भात की खाड़ी में इसका विलय यानि dissolution हो जाता है।

गुफाओं से है पाताल का रास्ता 

कहते हैं कि ऐसी कई सारी गुफाएं हैं, जहां से पाताल लोक जाया जा सकता है। लेकिन प्रॉब्लम ये है, की ऐसी गुफाओं का एक सिरा तो दिखता है लेकिन दूसरा कहां खत्म होता है, ये कोई नहीं जनता। वहीँ जानकारी के मुताबिक जोधपुर के पास भी ऐसी गुफाएं हैं जिनके बारे में कहा जाता है कि इनका दूसरा सिरा आज तक किसी ने नहीं खोजा। वहीँ पिथौरागढ़ में भी पाताल भुवनेश्वर गुफाएं हैं। कहते हैं की अंधेरी गुफा में देवी-देवताओं की सैकड़ों मूर्तियों के साथ ही एक ऐसा खंभा है, जो लगातार बढ़ता जा रहा है। 

समुद्र में छिपा है पाताल का रास्ता 

वहीँ कुछ कहानियों में ये भी कहा गया है कि पाताल लोक का रास्ता समुद्र के नीचे छिपा हुआ है। इसका मतलब ये है कि समुद्र के तल में एक गहरी गुफा है, जहां से पाताल लोक तक पहुंचा जा सकता है। लेकिन इस गुफा तक पहुंचने के लिए एक विशेष प्रकार की मंथन या Intense practice की जरुरत होती है। आपको बता दें की समुद्र के भीतर स्थित ये गुफा एक विशेष प्रकार की ऊर्जा का केंद्र मानी जाती है, और वहां केवल वही व्यक्ति जा सकते हैं जिनके पास दिव्य शक्तियां या ज्ञान हो। अगर सिंपल वे में कहें, तो समुद्र के नीचे जाने की ये प्रोसेस एक तरह से तपस्या या सिद्धि प्राप्त करने के बराबर मानी जाती है।

आकाश मार्ग से भी जा सकते हैं पाताल लोक 

अच्छा, ये बहुत ही interesting aspect है। की कुछ पुरानी कथाओं में ये भी उल्लेख है कि पाताल लोक में जाने का रास्ता आसमान से होकर भी जाता है। हाँ, आपके लिए ये थोड़ा सा अलग कांसेप्ट है, लेकिन मैं आपको बता दूँ की इसे हम "आकाश मार्ग" कहते हैं। और इस मार्ग के जरिये व्यक्ति सीधे पाताल लोक में पहुँच जाता है, लेकिन इसे चलाने के लिए high level  की meditation या divine experience की आवश्यकता होती है। कहा जाता है कि इस मार्ग पर चलने वाले व्यक्ति को विशेष आकाशीय यानों का भी सामना करना पड़ता है, जो न केवल उन्हें पाताल लोक तक पहुंचाते हैं, बल्कि वहां के अदृश्य और खतरनाक जादुई अस्तित्वों से भी लड़ने की शक्ति देते हैं।

कितने प्रकार के हैं पाताल?

आपको बता दें की पाताल लोक को नागलोक भी कहा जाता है। और हिंदू पौराणिक मान्यता के अनुसार सात पाताल होते हैं। जिसमे अतल, वितल, सुतल, तलातल, महातल, रसातल, और पाताल लोक शामिल हैं. और पाताल लोक के राजा वासुकि नाग हैं। लेकिन आपने धरती पर ऐसे कई स्थानों को देखा या उनके बारे में सुना होगा जिनके नाम के आगे पाताल लगा हुआ है, जैसे की पातालकोट, पातालपानी, पातालद्वार, पाताल भैरवी, पाताल दुर्ग, देवलोक पाताल भुवनेश्वर आदि। 

पाताल लोक के बारे में कैसे जानें ? 

और आजकल, पाताल लोक के बारे में कई तरह की फिल्में और किताबें आ चुकी हैं, जो इस रहस्यमयी स्थान को और भी इंट्रेस्टिंग बनाती हैं। जैसे की पाताल लोक" एक वेब सीरीज़ है, जो Amazon Prime Video पर 2020 में रिलीज़ हुई थी। और ये वेब सीरीज़ भारतीय समाज, भ्रष्टाचार, और अपराध को गहरे स्तर पर उजागर करती है। इस वेब सीरीज़ को बनाने में अनुष्का शर्मा का हाथ था, और इसे बहुत ज्यादा सराहा गया। हालांकि यह किताब के रूप में नहीं है, पर यह पाताल लोक की अवधारणा पर ही आधारित है। इसके साथ ही हिमांशु कुमार का उपन्यास "पाताल लोक" भारतीय राजनीति और समाज के जटिल पहलुओं पर आधारित है। ये उपन्यास भारतीय समाज के निचले तबके और उनके संघर्षों को सामने लाता है, और इसने समाज के नकारात्मक पक्ष को उजागर किया है।

क्या है आपकी राय?

लेकिन मैं आपको बता दूँ की ये सिर्फ एक कल्पना और मिथक नहीं है। बल्कि हमारे प्राचीन ग्रंथों और पुराणों में जितनी गहराई से पाताल लोक का उल्लेख किया गया है, वो ये बताता है कि ये कोई सामान्य स्थान नहीं हो सकता। शायद यह कोई प्रतीक हो सकता है, जो हमें अंदर की यात्रा करने का संकेत देता है। वैसे आपका इसके बारे में क्या ख्याल है, और क्या कभी आपने पाताल लोक के बारे में जानने की कोशिस की, कमेंट करके जरूर बताइयेगा।