अमृत महोत्सव को लेकर उत्साहित जेल में बंद कैदी, बना रहे तिरंगे
आजादी की 75वीं वर्षगांठ को लेकर हर कोई उत्सुक है, हर घर तिरंगा अभियान के मद्देनजर इस बार बंदी जेल में राष्ट्रीय ध्वज तैयार कर रहे हैं। जेलर के मुताबिक इन सभी कैदियों को प्रशिक्षण दिया गया और उसके बाद इन कैदियों ने तिरंगे बनाने शुरू किए। दर्जनों कैदी जेल में रहकर ही तिरंगे तैयार कर रहे हैं।
डासना जिला जेल के कारागार अधीक्षक आलोक सिंह ने बताया, राष्ट्रीय पर्व के मौके पर हर घर तिरंगा अभियान भी चलाया जा रहा है। कर्मचारियों व अन्य लोगों के साथ साथ परिसरों में भी भारी संख्या में तिरंगे की जरूरत होगी। हमारी जेल में कई कैदी सिलाई जानते हैं, इसलिए हमें विचार आया और अब तिरंगे कैदी द्वारा बनाए जा रहे हैं।
मेरठ की फैक्ट्री जो कि तिरंगे तैयार करती है उनकी मदद से हमने कैदीयों को तिरंगा बनाना सिखाया, अब सभी कैदी तिरंगा बना रहे हैं, करीब 6 हजार तिरंगा हमारी जेल से बनाने का संकल्प लिया है।
दूसरी ओर कैदियों ने भी तिरंगा बनाने में खुशी जाहिर की है। तिरंगे बनाने वाले कैदियों ने भी बताया कि उनको भी गर्व महसूस हो रहा है कि आजादी के अमृत महोत्सव के लिए वह भी देश के झंडे बनाकर अपना योगदान दे रहे हैं।
दरअसल आजादी की 75वीं वर्षगांठ को अमृत महोत्सव के माध्यम से खास अंदाज में मनाने जा रही केंद्र सरकार ने देश के नागरिकों को राष्ट्रीय ध्वज से भावनात्मक रूप से जोड़ने के लिए हर घर तिरंगा योजना आरंभ किया है। 13 अगस्त से 15 अगस्त तक पूरे देश में 25 करोड़ घरों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने की तैयारी है।
इसके लिए केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय ध्वज फहराने के नियम में बदलाव भी किया है। लोगों को जागरूक करने के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार की ओर से तमाम प्रयास किए जा रहे हैं। खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लोगों से अपने घर पर तिरंगा फहराने की अपील कर चुके हैं।
--आईएएनएस
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