द्वितीय राष्ट्रीय संगोष्ठी कॉन्फ्रेंस ऑन मेडिकोलीगल ऑस्पेक्ट इन नर्सिंग का आयोजन

Organization of 2nd National Seminar Conference on Medicolegal Aspect in Nursing
 
लखनऊ। द्वितीय राष्ट्रीय संगोष्ठी कॉन्फ्रेंस ऑन मेडिकोलीगल ऑस्पेक्ट इन नर्सिंग का आयोजन समर्पण इस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग एण्ड पैरामेडिकल साइंसेस के निर्मल ऑडीटोरियम में किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि डॉ० अशोक बिश्नोई, डीन नसिंग, अटल बिहारी वाजपेयी चिकित्सा विश्वविद्यालय, लखनऊ, विशिष्ट अतिथि प्रो० एच०सी०एल० रावत, डीन ऐरा मेडिकल कालेज, लखनऊ, मुख्य वक्ता डॉ० राकेश गौरिया, एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर बी०एफ०यू०एच०एस०, फरीदकोट, पंजाब, डॉ० राजा रूपानी, प्रोफेसर, फॉरेंसिक मेडिसिन एण्ड टॉक्सिकोलॉजी, प्रो० पिंकी देवी, एरा विश्वविद्यालय, लखनऊ, डॉ० जैस्मी जॉनसन, डीन फैकल्टी ऑफ नर्सिंग, रमा विश्वविद्यालय, कानपुर एवं  डॉ० नम्रता पुनीत अवस्थी, ट्रस्टी समर्पण ग्रुप एवं समर्पण कालेज ऑफ फार्मेसी के प्रधानाचार्य डॉ० नीरज वर्मा की गरिमामयी उपस्थिति रही। संस्थान के सस्थापक डॉ० आर०एस० दुबे एवं प्रधानाचार्या डॉ० दीप्ति शुक्ला द्वारा मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि एवं समस्त गणमान्य वक्ताओं का स्वागत किया गया।

समर्पण इंस्टिट्यूट ऑफ नर्सिंग एण्ड पैरामेडिकल साइंसेस में किया गया 

संगोष्ठी का प्रारम्भ संस्थान के संस्थापक डॉ० आर०एस० दुबे द्वारा संगोष्ठी के विषय के सम्बन्ध में अपने उत्साहवर्धक विचारों को साझा करके किया गया। जिसके पश्चात मुख्य अतिथि द्वारा संस्थान में द्वितीय राष्ट्रीय संगोष्ठी कॉन्फ्रेंस ऑन मेडिकोलीगल ऑस्पेक्ट इन नर्सिंग' का आयोजन किए जाने की बधाई दी तथा सस्थान को सफलता के पथ पर अग्रसर होने की शुभकामना दी गयी। विशिष्ट अतिथि द्वारा नर्सिंग में फॉरेंसिक साइंस के महत्व के बारे में विस्तारपूर्वक व्याख्यान दिया गया।

जिसके पश्चात मुख्य वक्ता डॉ० गौरिया द्वारा क्राईम सीन इन्वेस्टिगेशन के बारे में समस्त छात्र/छात्राओं को भली-भांति अवगत कराया गया। डॉ० राजा रूपानी ने केयर ऑफ रेप विक्टिम ड्यूरिंग एग्जामिनेशन पर विस्तृत व्याख्या की। प्रो० पिंकी देवी द्वारा फॉरेंसिक साइंस में नर्स की भागीदारी को समझाया गया। डॉ० जैस्मी जॉन्सन द्वारा इथिकल कन्सिडरेशन इन फॉरेंसिक साइंस पर छात्र/छात्राओं से परस्पर वार्ता कराई और इसके महत्व को बताया गया। संस्थान की प्रधानाचार्या ने अंततोगत्वा भारत में फॉरेंसिक नर्सिंग में आने वाली समस्याओं और चुनौतियों से कैसे निपटा जाय, इस बारे में अपना अमूल्य विचार साझा किया।

संगोष्ठी के समापन पर संस्थान के संस्थापक डॉ० आर०एस० दुबे, डॉ० नम्रता पुनीत अवस्थी एवं प्रधानाचार्या डॉ० दीप्ति शुक्ला द्वारा आए हुए मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि को स्मृति चिन्ह देकर एवं अन्य सभी वक्ताओं को स्मृति चिन्ह तथा प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। प्रो० दिव्या त्रिवेदी एवं सुनंदा बरूआ द्वारा सभी अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित किया गया।