सदैव सकारात्मक सोच रखें,योग करें तथा सादा जीवन उच्च विचार के पथ को प्रदर्शित करें

 
 

ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय

लखनऊ। भूगोल विभाग नेशनल पीजी कॉलेज के द्वारा अंतरराष्ट्रीय कैंसर दिवस पर एक दिवसीय आयोजन किया गया।
विश्व में 4 फरवरी को अंतरराष्ट्रीय कैंसर दिवस के रूप में मनाया जाता है। कैंसर के प्रति जागरूकता एवं रोकथाम के लिए नेशनल पीजी कॉलेज के भूगोल विभाग छात्र-छात्राओं द्वारा नई शिक्षा नीति के तहत एकदिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
संगोष्ठी में नेशनल पीजी कॉलेज प्राचार्य प्रोफेसर देवेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि विश्व में हर छठी मौत कैंसर के द्वारा होती है तथा यह मृत्यु का विश्व भर में दूसरा प्रमुख कारण है इसको नियंत्रित करने के लिए हमें अपने लाइफस्टाइल खान पान में परिवर्तन करने की आवश्यकता है तथा हल्दी अदरक जैसे जैविक पदार्थ  को खानपान में सम्मिलित करना चाहिए, योग प्राणायाम को प्रतिदिन की दिनचर्या में सम्मिलित करना चाहिए तथा ऋषि सुनक एवं हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समान 24 से 36 घंटे का व्रत करना चाहिए। 
संगोष्ठी के मुख्य प्रवक्ता कैंसर सर्जन डॉ करण भाटिया ( एमबीबीएस फ़ेस्ब ऑन्कोलॉजिस्ट एमएस ईएनटी में। वह लखनऊ में हेड/स्कल बेस कॉक्लियर इम्प्लांट सर्जन हैं और कॉक्लिया एडवांस सर्जिकल सेंटर, हजरतगंज, लखनऊ कैंसर इंस्टीट्यूट में प्रैक्टिस करते हैं।)ने इस अवसर पर छात्र-छात्राओं को इस प्रकार की संगोष्ठी के आयोजन हेतु भूरि भूरि प्रशंसा की उन्होंने कहा कि कैंसर कोशिकाओं में उपस्थित डीएनए में उत्परिवर्तनों के कारण होता है धूम्रपान, सूर्य की सीधी रोशनी के संपर्क, मोटापा आदि से कैंसर हो जाता है अत: यदि आपको लंबे  समय तक मुंह में छाले हो, त्वचा में परिवर्तन हो, शरीर में कहीं पर भी असामान्य रूप से गांठ हो तो उसकी तुरंत जांच करानी चाहिए उन्होंने छात्र-छात्राओं से कहा कि वह सदैव सकारात्मक सोच रखें,योग करें तथा सादा जीवन उच्च विचार के पथ को प्रदर्शित करें।
 इस अवसर पर भूगोल विभाग परास्नातक के चतुर्थ श्रेणी के छात्र-छात्राओं ने कैंसर से संबंधित शोध पत्र प्रस्तुत किया।
इस  इस अवसर पर लगभग ढाई सौ छात्र छात्राएं एवं भूगोल विभागअध्यक्ष पीके सिंह,डॉ  ऋतु जैन, डॉ अमित कुमार गुप्ता, डॉ अभिषेक सिंह एवं अन्य शिक्षक उपस्थित रहे।