इंटीग्रल यूनिवर्सिटी में प्रथम अंतर राज्य विश्वविद्यालय स्तरीय डिक्लेमेशन प्रतियोगिता “चांसलर ट्रॉफी” का आयोजन

 
लखनऊ डेस्क ,इंटीग्रल विश्वविद्यालय की लिटरेरी कमेटी एवं भाषा विभाग के संयुक्त तत्वाधान में प्रथम अंतर राज्य विश्वविद्यालय स्तरीय डिक्लेमेशन प्रतियोगिता “चांसलर ट्रॉफी” का आयोजन दिनांक 22 अप्रैल से प्रारंभ किया गया I  जिसका फाइनल राउंड 30 अप्रैल को इंटीग्रल विश्वविद्यालय के मुख्य ऑडिटोरियम में आयोजित किया गया I प्रोफेसर जावेद मुसर्रत कुलपति इंटीग्रल विश्वविद्यालय के निर्देशन में चांसलर ट्रॉफी को तीन चरणों में विभाजित करते हुए संपन्न किया गया

चांसलर ट्रॉफी के प्रथम चरण में प्रदेश के लगभग 20 विश्वविद्यालय के 60 प्रतिभागियों द्वारा विषय पर एक भाषण तैयार कर वीडियो क्लिप प्रतियोगिता के जूरी मेंबर को प्रेषित किया गयाI  कुलपति प्रोफेसर जावेद मुसर्रत द्वारा स्वयं इसका नजदीकी से अनुश्रवण किया गया तथा जूरी मेंबर को निर्देशित किया कि वह एक-एक भाषण का बारीकी से मूल्यांकन कर चांसलर ट्रॉफी के दूसरे नॉकआउट चरण में प्रतिभागियों को चयनित करें, नॉकआउट चरण में प्रतिभागियों द्वारा जूरी मेंबर के सम्मुख ऑनलाइन प्रस्तुतीकरण किया गया तथा फाइनल राउंड के लिए 06 विश्वविद्यालय के 10 प्रतिभागियों का का चयन किया गयाI 

चांसलर ट्रॉफी के फाइनल राउंड को और अधिक पारदर्शी बनाने के लिए प्रोफेसर जावेद मुसर्रत की देखरेख में विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों को जज के रूप में आमंत्रित किया गया, जिसमें मुख्य रूप से बी0 डी0 नकवी, रिटायर्ड जिला जज, आजमगढ़,  स्न्नोरे वेस्टगार्ड,  सी0 ई0 ओ0  हुमाना पीपल टू पीपल इंडिया एवं अतुल चंद्र, पूर्व संपादक टाइम्स आफ इंडिया को शामिल किया गयाI चांसलर ट्रॉफी के फाइनल राउंड में प्रतिभागियों द्वारा प्रस्तुतीकरण किया जिसका मूल्यांकन आमंत्रित विशेषज्ञों द्वारा पारदर्शी एवं गोपनीय रूप से कियाI 
फाइनल राउंड की शुरुआत दीप प्रज्वलन एवं कुलाधिपति और संस्थापक प्रोफेसर सैयद वसीम अख्तर की बायोपिक पर आधारित चलचित्र का प्रदर्शन कर कियाI  इस मौक़े पर प्रोफेसर जावेद मुसर्रत, कुलपति इंटीग्रल विश्वविद्यालय ने कहा कि चांसलर ट्रॉफी विश्वविद्यालय का एक अति महत्वाकांक्षी कार्यक्रम है, जिसको मूर्त रूप देने के लिए स्वयं अथक प्रयास कियाI  प्रोफेसर जावेद ने कहा कि जिस प्रकार की कल्पना मैंने इस कार्यक्रम को लेकर के की थी विश्वविद्यालय के सभी शिक्षकगण, कर्मचारीगण एवं छात्रों ने अपना सहयोग प्रदान किया और कार्यक्रम अपनी सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंचाI  कुलपति ने कहा कि हर वर्ष इस कार्यक्रम को इसी प्रकार से आयोजित किया जाएगा और यह भी आशा व्यक्त की कि कार्यक्रम को और अधिक प्रभावशाली बनाने के लिए मैं अपना सम्पूर्ण अर्पित करने के लिए तत्पर हूँ  और यही आशा यहां उपस्थित सभी लोगों से भी हैI 
प्रतिभागियों में गोरखपुर विश्वविद्यालय, सुभारती विश्वविद्यालय, लखनऊ विश्वविद्यालय, केजीएमयू आदि विश्वविद्यालय के छात्र शामिल हुए I ग्रैंड फिनाले में इंटीग्रल विश्वविद्यालय की गूंचा खान विजेता बनी जबकि कानपुर विश्वविद्यालय की पलक यादव फर्स्ट रनर अप और केजीएमयू के डॉक्टर आर्यन अरोड़ा ने सेकंड रनर अप का स्थान हासिल किया I
प्रोफेसर सैयद वसीम अख्तर, कुलाधिपति इंटीग्रल विश्वविद्यालय ने विजेताओं को ट्रॉफी प्रदान कर पुरस्कृत कियाI  कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रोफेसर सैयद वसीम अख्तर ने कहा कि निश्चित रूप से यह एक अच्छी पहल है और मैं उम्मीद करता हूँ कि अगले वर्ष से यह केवल अंतर राज्य विश्वविद्यालय स्तर का नहीं बल्कि राष्ट्रीय स्तर का कार्यक्रम किया जाए ताकि देश के विभिन्न कोने से विभिन्न संस्कृति छात्र प्रतिभाग कर सकेI  
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए इंटीग्रल विश्वविद्यालय के प्रति कुलाधिपति डॉक्टर सैयद नदीम अख्तर ने कहा कि इस तरह के कार्य्रम से छात्रों में आत्मविश्वास, संचार और प्रस्तुतिकरण करने का कौशल विकसित होता हैI  
अंत में प्रोफेसर हरिस सिद्दीकी कुलसचिव के धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआI