सीएसआईआर-सीमैप में एरोमा मिशन के अन्तर्गत पाँच दिवसीय उद्यमिता विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत

Five-day entrepreneurship development training program started under Aroma Mission at CSIR-CIMAP
 
लखनऊ। सगंध पौधों की खेती कर रहे किसानों को कटाई पश्चात मिलने वाले उत्पाद से उद्यमिता विकास के गुर बताने की आज से सीएसआईआर-सीमैप में पहल शुरू हुई है। पाँच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में महाराष्ट्र के मराठवाड़ा से लगभग 37 किसान औषधीय एवं सगंधीय फसलों की खेती के साथ-साथ गुलाबजल, अगरबत्ती, धूप, केचुआ खाद आदि उद्योग-पूरक तकनीकी का प्रशिक्षण सीमैप के वैज्ञानिकों से प्राप्त करेंगे। 

सीएसआईआर-केन्द्रीय औषधीय एवं सगंध पौधा संस्थान (सीएसआईआर-सीमैप), लखनऊ और कृषि आयुक्तालय, महाराष्ट्र के सहयोग से औषधीय एवं सुगंधित फसलों की कृषि तकनीकी और उद्यमिता विकास पर अबतक महाराष्ट्र के कोंकण, पश्चिम महाराष्ट्र राज्य के किसानों व कृषि अधिकारी ने एरोमा मिशन के अन्तर्गत आयोजित पिछले तीन प्रशिक्षण से जानकारी प्राप्त की है। 

उदघाटन सत्र में डॉ. प्रबोध कुमार त्रिवेदी, निदेशक, सीएसआईआर-सीमैप द्वारा प्रतिभागी किसानों का स्वागत हुआ और अमूल्य मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। अपने सम्बोधन मे डॉ. प्रबोध कुमार त्रिवेदी द्वारा समूह बनाकर खेती करने का आहवाहन किया। डॉ. संजय कुमार, वरिष्ठ प्रधान वैज्ञानिक, सीएसआईआर-सीमैप द्वारा एरोमा मिशन की गतिविधियों की जानकारी दी गई।  डॉ. ऋषिकेश एन भिसे, प्रशिक्षण समन्वयक और वैज्ञानिक सीमैप द्वारा पाँच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में होने वाली तकनीकी सत्रों की पहचान कराई गई । डॉ. राम सुरेश शर्मा द्वारा उदघाटन सत्र का आभार दिया गया।

ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय