Gonda Doctors resignation DM Gonda से नाराज डॉक्टरों ने लिया बड़ा फैसला

 

 डॉक्टरो का इस्तीफा नही होगा वापस,पीएमएस संघ लेगा अंतिम फैसला

--  जल्द ही पहुंचेगी संघ की एक केंद्रीय समिति जनपद में,शुक्रवार के रोज सभी सोलह सीएचसी व जिला अस्पतालों में चला दो घंटे तक सांकेतिक हड़ताल

-- कोरोना के कारण पूर्ण कार्य बंदी नही की जाएगी।जनहित में उठाया गया यह कदम

गोण्डा। जनपद में जिला अधिकारी के द्वारा अपर मुख्य चिकित्साधिकारी के साथ समीक्षा मीटिंग  के दौरान डॉक्टर के साथ
 अभद्र व्यवहार किये जाने के प्रकरण में डॉक्टरों का पी एम एस  संघ झुकने के मूड में नजर नही आ रहा है। जिसके चलते देर रात जिला अधिकारी के साथ चली वार्ता के बावजूद  सुबह आठ बजे से लेकर दस बजे तक पीएमएस संघ के निर्देश पर समस्त 16 सीएचसी व जिला पुरुष एवं महिला अस्पताल में कार्य बहिष्कार कर सांकेतिक रूप से हड़ताल की गई।इसके पश्चात  डॉक्टर्स अपने कार्य पर लौट आये।

 अंतिम निर्णय लेगा संघ-- 

गोण्डा । पीएमएस संघ के अध्यक्ष डॉक्टर टी पी जयसवाल के अनुसार जिला अधिकारी से वार्ता के पश्चात  उन्होंने इस तरह की भाषा के भविष्य में प्रयोग न किये जाने काआश्वाशन दिया है।फिर  भी डॉक्टरों ने अपने इस्तीफे को वापस नही लिए जाने का फैसला किया है।इस मामले में पीड़ित डॉक्टर अजय प्रताप सिंह  की तबियत चेस्ट पैन के चलते अभी खराब चल रही है वह यहां नही है उनके आने के पश्चात ही कोई सही निर्णय लिया जा सकेगा कि क्या किया जाए।उन्होंने यह भी बताया कि इस प्रकरण को लेकर एक दो दिनों में संघ की एक केंद्रीय कार्य समिति भी गोण्डा आ रही है तब तक डॉक्टर अजय भी आ जाएंगे इसके बाद ही कोई फैसला लिया जा सकेगा ।अंतिम फैसला संघ ही करेगा कि क्या होना चाहिए।

दो घंटे का सांकेतिक हड़ताल हुआ शुरू--

जनपद के समस्त सीएचसी पीएचसी व दोनो पुरुष व महिला जिला अस्पताल में आज से कोविद के चलते पूर्ण रूप से तो नही किन्तु दो घंटे की सांकेतिक हड़ताल शुक्रवार के रोज से डॉक्टरों ने शुरू कर दी है।जिसकी पुष्टि जिला पुरुष चिकित्सालय के प्रमुख अधीक्षक डॉक्टर घनश्याम सिंह ने की है।उन्होंने बताया कि पीएमएस संघ के निर्देश पर चिकित्सालय में समस्त डॉक्टरों ने  सुबह आठ बजे से लेकर  दस बजे तक कार्य बहिष्कार किया है जो कि आगे भी चलने के संकेत है।

पूर्ण बंदी पर फैसला कोरोना के कारण अभी नही--

संघ के अनुसार जनपद में डॉक्टरों की पूर्ण हड़ताल सम्बन्धी बात पर संघ ने ये फैसला किया है कि जनहित कार्यों के चलते कोरोना संकट में पूर्ण बंदी जनपद के मरीजों के साथ अन्याय होगा इस लिए  हम सांकेतिक हड़ताल जारी रखेंगे व कार्य भी जारी रखेंगे।जब तक कोई ठोस निर्णय संघ नही लेता यह कार्यवाही इसी तरह चलती रहेगी।
जिला अधिकारी व डॉक्टरों का प्रकरण अब तूल पकड़ता नजर आ रहा है।इस प्रकरण को लेकर कई तरह की चर्चाएं भी शहर में शुरू हो गयी है।स्वस्थ विभाग के कई बड़े पोस्टों पर तैनात कर्मचारी तो यहां तक कहते नजर आ रहे है कि जिला अधिकारी के द्वारा  सम्पूर्ण  स्वास्थ विभाग को ही हाईजैक कर लिया गया जिसके चलते डॉक्टरों का उत्पीड़न चरम पर है।
सच्चाई चाहे जो भी हो जिले में यह पहला प्रकरण है जिसमे जिला अधिकारी के खिलाफ डॉक्टरों के द्वारा मिर्च खोल गया है।जिसका पटाक्षेप फिलहाल होता दिखाई नही पड़ रहा है।