राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने विनोबा विचार प्रवाह के सूत्रधार  रमेश भैया को राखी बांधकर आशिर्वदित किया।

 
 ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय

लखनऊ। रक्षाबंधन के पावन पर्व पर आज राजभवन में उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से परम शक्ति पीठ वात्सल्य ग्राम वृंदावन, मथुरा की 35 बेटियों व 6 स्वयं सेवकों, प्रजापिता ब्रह्म कुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय लखनऊ की ब्रह्म कुमारी राधा बहन व 5 अन्य ब्रह्म कुमारी, साक्षी फाउण्डेशन कानपुर की साक्षी विद्यार्थी, गीता विद्यार्थी एवं कैप्टन एस.सी. विद्यार्थी,सर्वोदय आश्रम हरदोई की अध्यक्ष उर्मिला बहन,  विनोबा सेवा आश्रम वरतारा, शाहजहांपुर की विमला बहन व संस्थापक रमेश भईया  ने  भेंट की । गांधी आश्रम साबरमती अहमदाबाद के मैनेजिंग ट्रस्टी श्री जयेश भाई और ग्रामश्री संस्था की अध्यक्ष अनार बेन पटेल भी मौजूद रहे।         इस  अवसर पर उत्तरप्रदेश की माननीय राज्यपाल स्नेहमयी  श्रीमती आनंदी बेन पटेल जी ने राष्ट्रीय मानवता पुरुस्कार और रचनात्मक क्षेत्र में  जमना लाल बजाज पुरुस्कार से सम्मानित विनोबा विचार प्रवाह के राष्ट्रीय सूत्रधार  रमेश भइया  को गोबर निर्मित राखी  बांधकर आशीर्वाद दिया।


इस अवसर पर राज्यपाल जी ने प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, अपर मुख्य सचिव राज्यपाल डा0 सुधीर महादेव बोबडे सहित राजभवन के अधिकारियों एवं कर्मचारियों व उनके 32 बच्चों, उम्मीद संस्था के 15 बच्चों व 7 पदाधिकारियों को राखी बांधी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि रक्षाबंधन सिर्फ त्यौहार नहीं बल्कि एक संस्कार है जो जीवन में रिश्तों के महत्व को समझाता है।
इस अवसर पर राज्यपाल जी ने सभी बच्चों को पठन-पाठन सामग्री व मिष्ठान भी वितरित किये तथा परम शक्ति पीठ वात्सल्य ग्राम वृंदावन, मथुरा के बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये। राजभवन में ही विनोबा विचार प्रवाह द्वारा संचालित नंदिनी लोकमित्र शिविर कार्यक्रम की समीक्षा भी नंदिनी लोकमित्र परिवार के मार्गदर्शक समाजसेवी 
जयेश भाई पटेल की अध्यक्षता में की गई। जिसमें अब तक आयोजित सात शिविरों की रिपोर्ट प्रस्तुत की गई।और आगे के अवशेष शिविरों की रूपरेखा भी बताई गई। इसके बाद दिल्ली हरिजन सेवक संघ , श्री रासबिहारी मिशन समस्तीपुर, इंदौर धुलिया बस्तर रायगढ़ा और आसाम के शिविरों की जानकारी रमेश भइया ने दी। अनार बेन ने शिविरों की सफलता पर हर्ष व्यक्त किया। संजय राय से दूरभाष पर फीडबैक लिया गया। अंत में जयेश भाई ने कहा कि हम सबको नंदिनी के दूसरे चरण का चिंतन शुरू करना चाहिए। इसी श्रंखला में आगामी 11 सितंबर से 13 सितंबर तक ई एस आई सुघड़ गांधीनगर में बैठना हो रहा है। सभी का आभार अशोक भाई ने देकर कार्यक्रम समाप्त किया ।