पीएम मोदी के करीबी , पूर्व आई ए एस अधिकारी के बेटे सम्मान अफरोज अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य नामित बलरामपुर में खुशी 

 
 बलरामपुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के करीबियों में से एक सम्मान अफरोज खान को राज्यपाल द्वारा अल्प संख्यक आयोग उत्तर प्रदेश का सदस्य मनोनीत किए जाने पर बलरामपुर में खुशी का माहौल है। इस मौके पर सम्मान के समर्थकों ने एक दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशियों का इजहार किया है।


गुजरात कैडर के पूर्व आईएएस के पुत्र एवं पद्मश्री से सम्मानित शायर के नाती हैं सम्मान अफरोज

सम्मान अफरोज खान का जन्म 20 सितम्बर 1988 को उत्तर प्रदेश के बलरामपुर में इनके नाना बेकल उत्साही के घर पर हुआ था। इनके पिता डॉ0 अफरोज अहमद गुजरात कैडर के आईएएस अफसर थे। इनकी माता कुशल गृहणी एवं भजन गायिका हैं। सम्मान अफरोज खान के नाना शफी खां लोदी "बेकल उत्साही" मशहूर शायर एवं राज्यसभा सदस्य रहे हैं। बेकल उत्साही को भारत सरकार द्वारा पद्म श्री एवं यश भारती जैसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों से भी सम्मानित किया जा चुका है।  हालाकि बेकल उत्साही का 13 दिसम्बर 2016 दिल्ली के डाक्टर राम मनोहर लोहिया अस्पताल में निधन हो चुका है।


गुजरात के विकास एवं सुशासन से प्रभावित होकर नरेन्द्र मोदी से मिले थे सम्मान

पहली मुलाकात में हीं मिली थी बड़ी जिम्मेदारी

सम्मान अफरोज खान गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में गुजरात के समग्र विकास और सुशासन से प्रभावित होकर 23 अगस्त 2013 को गांधीनगर में तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी से भेंट की। इस दौरान नरेन्द्र मोदी और सम्मान अफरोज खान के बीच विकास और सुशासन समेत विभिन्न मुद्दों पर लम्बी चर्चा हुई। राष्ट्र निर्माण में सम्मान अफरोज की प्रतिबद्धता और समर्पण को देखते हुए नरेन्द्र मोदी उनसे काफी प्रभावित हुए। जिससे उन्होंने सम्मान अफरोज खान को कई महत्व पूर्ण जिम्मेदारियां सौंपी। जिसमें 2014 के लोकसभा चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश में अमित शाह के साथ भाजपा के लिए काम करने की जिम्मेदारी भी शामिल थी। सम्मान अफरोज ने इस चुनौती को स्वीकार करते हुए अपना रोजगार और अन्य पेशेवर कार्य छोड़कर सितंबर 2013 से उत्तर प्रदेश में भाजपा को मजबूत करने के लिए खुद को समर्पित कर दिया था।

सम्मान अफरोज ने अपने मजबूत नेतृत्व कौशल, विश्लेषणात्मक और रणनीतिक विशेषज्ञता के साथ उत्तर प्रदेश के शहरी एवं ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में युवाओं को जोड़ने के लिए राजनीतिक रणनीति विकसित कर नरेन्द्र मोदी के विजन और मिशन को साकार करने में जुट गए। सितंबर 2013 से हीं सम्मान अफरोज अपने राजनीतिक अभियान की शुरुआत करते हुए मई 2014 के दौरान उत्तर प्रदेश के अधिकांश संसदीय क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर यात्रा कर शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में युवाओं और महिलाओं के बीच जागरूकता पैदा की, जो पूरी तरह से सफल रहा। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सलाह पर उन्होंने युवाओं को शामिल करके यूपी में भाजपा को जमीनी स्तर पर मजबूत करने से जुट गए। जिससे 2017 के विधानसभा चुनाव और 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा की शानदार जीत हुई।

इलेक्ट्रानिक्स एवं दूरसंचार इंजीनियरिंग में स्नातक तथा एमबीए हैं सम्मान अफरोज खान

कार्डिफ यूनिवर्सिटी यूनाइटेड किंगडम से किया है एमबीए

सम्मान अफरोज खान भारत के शीर्ष विश्वविद्यालयों में से एक पुणे विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रॉनिक्स एवं दूरसंचार इंजीनियरिंग में स्नातक की पढ़ाई पूरी की है। दुनिया के शीर्ष विश्वविद्यालयों में से एक कार्डिफ यूनिवर्सिटी यूनाइटेड किंगडम से 2011 में मार्केटिंग रिसर्च किया है। उन्होंने अक्टूबर 2011 में हीं भारी उद्योग और सार्वजनिक उद्यम मंत्रालय, भारत सरकार में इंटर्नशिप की है। दिसंबर 2011 में विभिन्न सीपीएसई के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर करने में आर्थिक सलाहकार और अन्य वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों की सहायता की। इंग्लैंड में एमबीए पूरा करने के बाद, सम्मान ने लंदन में एक बहुराष्ट्रीय कंपनी नीलसन में विश्लेषक और रणनीतिकार के रूप में भी काम किया है।