77 प्रतिशत लोग हिंदी बोलते हैं इस लिए भारत की राष्ट्रभाषा है हिंदी ,Pioneer Public School Balrampur में हुआ कार्यक्रम

14 सितंबर 1953 से मनाया जाता है हिंदी दिवस 
 

Balrampur hindi diwas बलरामपुर। मैं शिक्षा विभाग से जुड़ा हूँ इसलिए जीवन भर प्रयासरत रहूँगा कि हिन्दी भाषा को राष्ट्रभाषा के रूप मान्यता मिले। हमे अपने मातृ भाषा का सम्मान करना चाहिए। यह बातें पॉयनियर पब्लिक स्कूल एण्ड कॉलेज में हिन्दी दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में छात्रों को संबोधित करते हुए विद्यालय के प्रबंध निदेशक डा एमपी तिवारी ने कही।

कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलन कर हुआ। हिन्दी दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में छात्रों विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक डा एमपी तिवारी नें छात्रों को बताया कि 14 सिम्बर, 1949 का संविधान सभा में यह निर्णय लिया कि हिन्दी भी केन्द्र सरकार की अधिकारिक भाषा होगी।

इसी निर्णय के महत्व का प्रतिपादित करने तथा हिन्दी को प्रत्येक क्षेत्र में प्रसारित करने के लिए वर्ष 1953 से पूरे भारत में 14 सितम्बर को प्रतिवर्ष हिन्दी-दिवस के रूप में मनाया जाता है। हिन्दी को अधिकारिक भाषा के रूप में स्थापित करवाने के लिए काका कालेलकर, हजारी प्रसाद द्विवेदी, सेठ गोविन्द दास तथा व्यौहार राजेन्द्र सिंह ने अथक प्रयास किये। हिन्दी दिवस के अवसर पर विद्यालय में विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।

जिसमे छात्र छात्रों ने बढ़-चढ़कर प्रतिभाग किया। जूनियर वर्ग में सांझ श्रीवास्तव, गौरी शुक्ला एवं नित्या शुक्ला नें हिन्दी को राष्ट्रभाषा बनाने के लिए अपना विचार प्रस्तुत किया। इस क्रम में मानिक श्रीवास्तव, ईशान श्रीवास्तव तथा विनायक मिश्रा नें हिन्दी के महत्व को समझाते हुए हिन्दी भाषा का महत्व बताया। सीनियर वर्ग में आयुशी श्रीवास्तव, प्रियश प्रसून मिश्रा, नुजहत फातिमा तथा तनिष्का कशौंधन ने भाषण के अन्तर्गत हिन्दी दिवस मनाते हुए कहा कि हिन्दी की एक खास बात यह है कि इसमें जिस शब्द को जिस प्रकार से उच्चारित किया जाता है उसे लिपि में लिखा भी उसी प्रकार जाता है।

चूंकि देश के 77 प्रतिशत् लोग हिन्दी लिखते, पढ़ते, बोलते और समझते है, इसलिए हमारे हिन्दी भाषा को राष्ट्रभाषा घोषित करने के लिए केन्द्र व राज्य सरकार से अपील किया। 
कार्यक्रम के सफल आयोजन में  विद्यालय के सह निर्देशक आकाश तिवारी, अध्यक्ष डा पीएन तिवारी, कोषाध्यक्ष मीता तिवारी, उपाध्यक्ष शैलेस तिवारी का विशेष योगदान रहा।