ये सच है ❤️बेटियां अतीत की सुनहरी यादें, वर्तमान के हसीं पल और भविष्य की आशाएं होती हैं। 

 

कौन कहता है केवल चिरागों से ही रोशनियां होती है, घर में उजाला तो बेटिओं से ही है,कहना गलत नहीं होगा....

लखनऊ 15 अगस्त के स्वर्णिम अवसर पर सी एम एस गोमतीनगर प्रांगण मे आयोजित कार्यक्रम मे मेरी ही नहीं आप सभी की भी पोतीयां साँझ एवं स्वरा रघुवंश ने रानी लक्ष्मी बाई एवं भगत सिंह का बखूबी किरदार निभाया जिसे बैठे तमाम गड़मान्य लोग व अभिभावकों ने तालिओं की गड़गड़ाहट से हौसला अफ़ज़ाई की इन बच्चों का नाट्य अभिनय वीरता,साहस, पराक्रम व बलिदान वास्तविक धरातल से ओत प्रोत था देखते ही बनता था! निसंदेह सच है देश की बेटिआ क्या नहीं कर सकती है!