मां तुझे सलाम ने दिया परिवार की एकता का संदेश*

 
 

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सुर, लय और ताल की जुगलबंदी ने मोहा

स्कालर्स होम स्कूल का वार्षिकोत्सव आयोजित

ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय

लखनऊ। मां तुम मेरे साथ रहोगी..... मां तुम मेरे साथ रहोगी.... इस बात को लेकर आपस में झगड़ रहे दो बेटों का विवाद अदालत तक पहुचता है। बेटों की बातें सुनने के बाद जज साहब मां से पूछतें हैं कि आप किस बेटे के साथ रहना चाहती हैं। मां कहती है- बेटे अपने मां-बाप का दिल होते है। दिल के टुकड़े करके भला कोई जीवित कैसे रह सकता है। भले ही दोनों बेटों में से हर बेटा मुझे अपने साथ रखना चाहता है, पर क्या दोनों मिलकर मेरे साथ नहीं रह सकते। 


परिवार की एकता का संदेश देने वाले इस हृदयस्पर्शी नाटक ’मां तुझे सलाम’ का मंचन गोमतीनगर स्थित स्कालर्स होम स्कूल में हुआ। अवसर था विद्यालय का वार्षिकोत्सव। छात्र-छात्राओं ने आकर्षक रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम में सुर, ताल, लय और प्रस्तुतिकरण का अद्भुत समागम देखने को मिला। ’अतुल्य भारत’ नृत्य-नाटिका ने दर्शकों को बैठे बैठे देश के प्रमुख प्रांतो का भ्रमण करने की अनुभूति कराई। सामयिक और ज्वलंत समस्याओं पर आधारित हिन्दी और अंग्रेजी नाट्य प्रस्तुतियों ने न केवल दर्शकों को विचार मंथन के लिए विवश किया बल्कि वे छात्र-छात्राओं की प्रतिभा के भी कायल हो गए।
समारोह के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के अध्यक्ष प्रवीर कुमार ने कहा कि दृढ़ निश्चय, कठोर परिश्रम और एकाग्रता से बच्चे कठिन से कठिन कार्य को भी संभव कर सकते हैं, यह स्कालर्स होम के छात्र-छात्राओं ने साबित कर दिखाया है। बच्चों ने जिस तरह से कार्यक्रम प्रस्तुत किए वह यह साबित करने के लिए काफी है कि स्कालर्स होम उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तो दे ही रहा है उनकी प्रतिभा को निखारने में भी कोई कोर कसर बाकी नहीं रख रहा है। विशिष्ट अतिथि के रूप में कर्नल रजत त्यागी और सीबीएससी के पूर्व चेयरमैन अशोक गांगुली ने बच्चों को आशीर्वाद दिया। डायरेक्टर सरिता जायसवाल और प्रधानाचार्या  अनुपम सिंह ने विद्यालय की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की। संस्थापक अध्यक्ष अजय कुमार ने विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन करते हुए आए हुए अतिथियों को धन्यवाद दिया।