शत्रु संपत्तियों का मुद्रीकरण

 
 

ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय

लखनऊ। भारत के शत्रु संपत्ति अभिरक्षक, श्री राहुल रमेश नांगरे द्वारा दिनांक 30 नवम्बर 2023 को भारत के शत्रु संपत्ति अभिरक्षक का कार्यालय, शाखा लखनऊ में उप सचिव, श्री राजेंद्र कुमार व अन्य पदाधिकारी गण की उपस्थिति में विक्रय प्रमाणपत्र श्रीमती निधि गुप्ता, श्री आकाश वर्मा, श्री जगपाल सिंह, श्री विराटपाल सिंह,  रजनीश प्रताप सिंह तथा  भारत भाटी (नीलाम क्रेताओ) को दिया गया।

भारत के शत्रु संपत्ति अभिरक्षक,  राहुल रमेश नांगरे ने उत्तर प्रदेश के शत्रु संपत्तियों के नोडल अधिकारी डॉ. संजीव गुप्ता, भा. पु. से, गृह सचिव, उत्तर प्रदेश सरकार के साथ बैठक की और उत्तर प्रदेश में अवस्थित शत्रु संपत्तियों से संबन्धित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। तत्पश्चात, उनके द्वारा लखनऊ में अवस्थित शत्रु सम्पत्ति "बटलर पैलेस" का लखनऊ विकास प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ स्थल निरीक्षण किया गया। प्राधिकरण के अधिकारियों को शत्रु सम्पत्ति बटलर पैलेस के पुनरुद्धार के संबंध में उचित दशानिर्देश दिया गया। तत्पश्चात, बेगरिया रोड़, दुबग्गा, लखनऊ स्थित शत्रु संपत्ति का निरीक्षण किया गया। वहाँ पर पाया गया कि शत्रु सम्पत्तियों पर अनाधिकृत रूप से अवैध कब्जा कर निर्माण कर लिया गया है तथा कुछ रिक्त भी है। अवैध कब्जेदारों को नियमानुसार बेदखल करने हेतु जिला प्रशासन / पुलिस प्रशासन से समन्वय स्थापित करते हुये यथोचित कार्यवाही किये जाने संबंधी दिशा निर्देश दिया गया।

भारत के शत्रु संपत्ति अभिरक्षक,  राहुल रमेश नांगरे के द्वारा बताया गया कि गृह मंत्रालय, भारत सरकार ने निर्णय लिया है, कि देश भर की सभी शत्रु सम्पत्तियां जो कृषि योग्य तथा निर्विवादित है, उनका मुद्रीकरण किया जाए। तदक्रम में भारत के शत्रु संपत्ति अभिरक्षक का कार्यालय, शाखा लखनऊ द्वारा प्रथम चरण में मुजफ्फर नगर, अमरोहा तथा मुरादाबाद जनपद मे चिन्हित 21 शत्रु सम्पत्तियों का मुद्रीकरण माह सितंबर 2023 में ई-नीलामी प्रक्रिया द्वारा सम्पन्न किया गया।

द्वितीय चरण में सुल्तानपुर, अलीगढ़, मुजफ्फर नगर तथा अमरोहा जनपद में चिन्हित 22 शत्रु सम्पत्तियों का मुद्रीकरण माह अक्टूबर 2023 में सम्पन्न हुआ। उक्त नीलामी से भारत सरकार को लगभग 15 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ।

उपरोक्त नीलामी प्रक्रिया में यदि संपत्ति की निर्धारित कीमत 1 करोड़ से कम है तथा वर्तमान में भूमि पर कोई काबिजदार है, तो उसको प्राथमिकता दी जाती है। यदि काबिजदार निर्धारित मूल्य अदा कर देता है तो वह संपत्ति उसको सौप दी जाती है।

भारत के शत्रु संपत्ति अभिरक्षक,  राहुल रमेश नांगरे के द्वारा यह भी बताया गया कि माह दिसंबर 2023 में त्रितीय चरण में सीतापुर, सुल्तानपुर, मुजफ्फर नगर, अमरोहा व अयोध्या जनपद में चिन्हित 44 शत्रु सम्पत्तियों का
ई-नीलामी प्रक्रिया के तहत मुद्रीकरण किया जाएगा। उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड के विभिन्न जनपदों की सभी शत्रु संपत्तियों की जांच व सर्वे डायरेक्ट्रेट जनरल ऑफ डिफेंस इस्टेट (DGDE), तथा राजस्व टीम के साथ मिलकर कराया जा रहा है। अन्य जनपदों में उपलब्ध शत्रु सम्पत्तियों के चिंहांकन एवं सीमांकन तथा मुद्रीकरण के संबंध में विचार विमर्श हुआ।