विशाखापट्टनम के स्कूलों में ई सी सी ई की हकीकत परख रहे रवि 

 

*रवि आंध्र प्रदेश के स्कूलों की ई सी सी ई व सेफ्टी सेक्युरिटी की रिपोर्ट एन सी आर टी नई दिल्ली को सौंपेंगे*

*एन सी ई आर टी विद्यालय और आंगनबाड़ी सेंटर्स की तैयारी की स्थिति देख रही*


*रवि सेफ्टी और सिक्युरिटी पर अध्ययन रिपोर्ट सरकार को सौपेंगे*
*भारत सरकार ई सी सी ई पर करा रही अध्ययन*
करनैलगंज(गोण्डा)
भारत सरकार ने आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम के स्कूलों पर शोध कार्य कराने का फैसला किया है।जिसमें धौरहरा स्कूल के प्रधानाध्यापक को एक्सपर्ट के रूप में शामिल किया है।श्री सिंह ने बताया कि आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम जनपद में यह कार्य करने हेतु निर्देश प्राप्त हुए थे, उसी के क्रम में यह कार्य किया जा रहा है। 


विशाखापट्टनम के स्कूलों में और ई सी सी ई की स्थिति ठीक है या नहीं इस पर भारत सरकार एक शोध कार्य करा रही है। शोध कार्य में स्कूलों से निश्चित टूल के माध्यम से विभिन्न प्रश्न पूछा जा रहा है।
इसके बाद यह आंकड़े , लर्निंग आउटकम, विभिन्न प्रश्नों , ग्रुप डिस्कसन के आधार पर रिपोर्ट बनाई जाएगी।
आंध्र प्रदेश का अध्ययन करने वाली टीम में जिले के आदर्श अध्यापक रवि प्रताप सिंह को शामिल किया गया है। एन सी ई आर टी नई दिल्ली के प्राथमिक शिक्षा विभाग के प्रोफेसर वी. पी. सिंह कार्यक्रम के कोआर्डिनेटर हैं। उनके देखरेख में यह कार्य कराया जा रहा है। इस टीम में प्रोफेसर  एस सी चौहान , प्रोफेसर विनोद शर्मा, डॉक्टर नागेंद्र यादव, डॉक्टर अनूप कुमार, दलीप शर्मा हैं।
*क्या होती है स्कूलों में सेफ्टी और सिक्वेरिटी का टूल*
इस टूल के अंतर्गत स्कूलों में बच्चों को किसी भी स्थिति में असुरक्षा न हो इसके संबंध में एन सी ई आर टी, भारत सरकार, आपदा प्रबंधन प्राधिकरण गाइड लाइंस जारी करते रहते हैं उसका पालन देखा जाता है। स्कूल में  भूकंप , आग लगने, प्राथमिक चिकित्सा सहित अन्य प्रशिक्षण व मॉक ड्रिल कराई जाती है या नहीं इसके बारे में प्रश्न पूछे जाते हैं।
*रेडीनेस और ई सी सी ई*
बच्चे को स्कूल भेजने के पहले, भेजते समय और स्कूल पहुंच जाने के बाद भी अभिभावक और अध्यापकों की जिम्मेदारी होती है , उन्हें तैयारी करनी होती है। पूर्व प्राथमिक और प्राथमिक कक्षाओं में उम्र के अनुसार बच्चे की जानकारी देखी , समझी और सुधारी जाती है।
इसके साथ ही साथ आंध्र प्रदेश के शिक्षा अधिकारियों की पूरी टीम लगाई गई है।
इस पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रेमचंद यादव ने कहा कि यह जनपद के लिए एक अवसर है इससे अन्य स्कूलों को लाभ मिलेगा।
खण्ड शिक्षा अधिकारी नूतन जायसवाल, जिला समन्वयक हरिगोबिन्द यादव ने प्रसन्नता व्यक्त की है।
जिलाध्यक्ष विनय तिवारी, जिला पंचायत सदस्य विवेक सिंह, अर्जुन सिंह, अशोक पाण्डेय, के डी सिंह, उमाशंकर सिंह, देवेंद्र कुमार सिंह, बाबूलाल यादव, अरविंद प्रताप सिंह, मनोज पाण्डेय, विभा सिंह,  ग्राम प्रधान मायाराम, अनुराग कुमार ,  भगवान बख्श सिंह, भालेन्दु कुमार सिंह, विपिन कुमार, विद्या भूषण सिंह, रघुनाथ पाण्डेय,  कृष्णानंद जायसवाल, बृजेश सिंह, आनंद तिवारी,लल्लन प्रसाद, परमानंद, राजकुमार, मोहम्मद फाख़िर, याकूब सिद्दीकी, अंकित सिंह, सुतलेश, उमाशंकर मिश्रा , स्नेहलता, मुकेश कुमार, अहमद आदि ने बधाई दिया है।