काले कानूनों को व्यापारी कतई बर्दाश्त नहीं करेगा: व्यापारी नेता अमरनाथ मिश्रा

 
 

ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय

लखनऊ। लखनऊ व्यापार मंडल के अध्यक्ष अमरनाथ मिश्र ने बताया कि समाचार पत्रों के माध्यम से ज्ञात हुआ है कि जीएसटी में कर संबंधित अनियमितताओं के केस ईडी को दिए जाएंगे इसके साथ ही 20 से 25% अधिक आईटीसी होने पर उसका स्पष्टीकरण विभाग द्वारा नोटिस भेजकर मांगा जाएगा.
उक्त दोनों काले कानून का लखनऊ व्यापार मंडल पुरजोर विरोध करता है और प्रदेश स्तर पर इन दोनों कानूनों का चरणबद्ध तरीके से विरोध करने की योजना बनाई जाएगी.
कारण:  कई बार जांच के समय कुछ प्रपत्र उपलब्ध न होने के कारण प्रथम दृष्टया कर अपवंचन दिखता है परंतु सभी कागजात मिलान करने पर वह सही पाया जाता है ऐसे में उपरोक्त कानून के बहाने अधिकारी व्यापारियों का दोहन करेंगे और ईडी की धमकी देकर व्यापारियों का उत्पीड़न करेंगे.
यहां या विचार योग्य है कि जीएसटीएन में पंजीकरण सरकार द्वारा दिए गए हैं. हम व्यापारी ऑनलाइन जीएसटी नंबर को डालकर देखते हैं कि जीएसटीएन सक्रिय है या
  नहीं  है सक्रिय जीएसटीएन से माल खरीदते और बेचते हैं.
कई वस्तुओं में कच्चे माल पर कर की दर उत्पादित माल की दर से अधिक होती है ऐसे में कई बार आईटीसी 25 प्रतिशत से अधिक हो जाती है इसी तरीके से सीजनल वस्तुओं की खरीद एक निश्चित समय होने के कारण एवं स्टॉक के कारण आईटीसी अधिक हो जाती है ऐसे में यहां या देखने में आया है कि रिफंड देने में अधिकारी परेशान करते हैं एवं व्यापारी का दोहन भी किया जाता है जिसे अभी तक सरकार सुधार नहीं पाई है वहीं दूसरी तरफ 25% बैरियर लगाकर अधिकारियों को व्यापारियों के दोहन का नया अस्त्र दे रही है.
आज लखनऊ व्यापार मंडल के प्रतिनिधियों से इस विषय पर एक परिचर्चा हुई जिसमें मुख्य रुप से चेयरमैन राजेंद्र कुमार अग्रवाल सचेतक अनिल विरमानी अध्यक्ष अमरनाथ मिश्र कार्यवाहक अध्यक्ष सतीश अग्रवाल वरिष्ठ महामंत्री पवन मनोचा कोषाध्यक्ष देवेंद्र गुप्ता महामंत्री विनोद अग्रवाल अनुराग मिश्र अभिषेक खरे उमेश शर्मा सुहेल हैदर अल्वी जितेंद्र सिंह चौहान विधानसभा क्षेत्रों के  महामंत्री शशि शुक्ला सौरभ तिवारी सुशील तिवारी सोनू पंडित मनीष वर्मा शामिल रहे जिसमें सभी ने एक स्वर से कहा की ऐसे यह दोनों काले कानून सिर्फ ही सिर्फ व्यापारी समाज का दोहन बढ़ाने का तरीका है और लालफीताशाही को बढ़ावा देंगे इसका व्यापार मंडल पुरजोर विरोध करता है इन दोनों काले कानूनों को व्यापारी कतई बर्दाश्त नहीं करेगा.