डॉक्टर ऋतु जैन के नेतृत्व में तरु सिंचन उत्सव अभियान प्रारंभ

 
 ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय

लखनऊ। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर आजादी के अमृत महोत्सव श्रृंखला के अंतर्गत नेशनल पीजी ,  लखनऊ के परिसर में पीजी डिप्लोमा इन रिमोट सेंसिंग और जीआईएस एवं भूगोल विभाग के छात्र-छात्राओं ने प्रबंधक उज्ज्वल रमन सिंह,प्राचार्य प्रो देवेंद्र कुमार सिंह, कोर्स को-ऑर्डिनेटर प्रोफेसर पीके सिंह व डेप्युटी कोर्स कोऑर्डिनेटर डाक्टर ऋतु जैन के नेतृत्व में तरु सिंचन उत्सव अभियान प्रारंभ किया तथा लखनऊ में प्रथम बार बीज बैंक का शुभारंभ भूगोल विभाग के नेशनल पीजी कॉलेज में किया गया तथा वाटर टेस्टिंग एवं सॉइल टेस्टिंग लैब का भी रिवाइवल किया गया| 


इस अवसर पर प्राचार्य प्रोफेसर देवेंद्र कुमार सिंह जी ने बताया कि यह तरु सिंचन अभियान अगले 1 महीने तक चलाया जाएगा जिसका मुख्य उद्देश्य जून माह में मानसून आने के पूर्व तक  तेज धूप एवं,पानी की कमी के कारणपेड़ पौधों को झुलसने तथा सूखने से बचाया जा सके और साथ ही छात्र-छात्राओं के मन में प्रकृति, पर्यावरण,जल -जीवन के प्रति संवेदनशीलता जागरूकता उत्पन्न की जा सके।
इस अवसर पर महाविद्यालय के प्रबंधक उज्जवल रमन सिंह  ने बताया ने बताया की हर वर्ष करोड़ों की संख्या में वृक्षलगाए तो जाते हैं किंतु, इनकी उचित देखभाल तथा सिंचाई न होने के कारण इनमें से आधे से अधिक पेड़ सूख जाते हैं, आवश्यकता है कि हम अधिक से अधिक पौधों का रोपण करें तथा लगे हुए पौधों एवं वृक्षों को सूखने से बचाने का अपना प्रयास निरंतर जारी रखें ।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि पर्यावरणविद् *श्री चंद्रभूषण तिवारी जी, जिन्हें पेड़ वाले बाबा के नाम से भी जाना जाता है, जो अब तक लाखों वृक्षारोपण कर चुके ने कहा कि पौधे हमारे परिवार का सदस्य है, पौधों को वह अपनी बेटी मानते हैं और जिसे पौधा देते हैं उसे मैं अपना समधी बना लेते हैं,इस संबंध के आधार पर पौधों की देखभाल भी हो जाती है तथा विभिन्न लोगों के मध्य संवेदनशीलता और सोहद्र भी बढ़ता है|


भूगोल विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर पीके सिंह ने बताया की तरु सिंचन का अभिप्राय है *पौधे की प्यास बुझाते हुए उसका पालन करना है तथा बीज बैंक का उद्देश्य बच्चों के मध्य बीजों के प्रति जागरूकता तथा महाविद्यालय के छात्र- छात्राओं को फ्री बीजों के वितरण द्वारा अधिक से अधिक पौधरोपण को बढ़ाना है
इस अवसर पर अवसर पर डॉक्टर ऋतु जैन ने विद्यार्थियों से आग्रह किया कि वे पर्यावरण दूत और पर्यावरण प्रहरी बनने का संकल्प लें, पर्यावरण दूत के समान जहां कहीं अवसर हो वृक्षारोपण करें तथा उनके संरक्षण का प्रयास करें । उन्होंने बताया की पीजी डिप्लोमा रिमोट सेंसिंग जीआईएस (PGDRS GIS)  कोर्स के विद्यार्थियों  पिछले दो पखवाड़े से आम की गुठलियों का संचय कर रहे हैं, जिससे उन्होंने गुठली बैंक तैयार किया है, इन गुठलियों का शोधन करके और इनकी बुवाई करने तथा संरक्षण करने के लिए आज बीज बैंक का प्रारंभ किया, इस गुठली बैंक में अन्य फलों के बीज भी पिछले एक माह से इकट्ठा किए जा रहे हैं, छोटे फलों के बीज का सीडबॉल बनाया जाएगा, कॉलेज परिसर के अंदर तथा आसपास के क्षेत्रों में इन सीडबॉल का प्रयोग किया जाएगा, जिससे मानसून आने के बाद प्राकृतिक तरीके से इन बीजों में अंकुरण हो सके और अधिक से अधिक, हरियाली का लक्ष्य प्राप्त किया जा सकें|
इस अवसर पर मुख्य अतिथि पर्यावरणविद चंद्र भूषण तिवारी के अतिरिक्त कृष्णानंद राय,  प्रसन्ना अवं मुकेशशाह नन्द  तथा  देवांशी,अनिकेत, देवेश ,स्वधा तथा सृष्टि इत्यादि छात्र-छात्राएं भी उपस्थित रहे।