हम सबने यह ठाना है प्रकृति
को हरे भरे पेड़ों से सजाना है 

 
 


ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय 

लखनऊ। सेठ एम आर जयपुरिया स्कूल गोयल कैंपस की कक्षा दसवीं की छात्रा अदिति सिंह ने कहा कि हम सबने यह ठाना है प्रकृति
को हरे भरे पेड़ों से सजाना है !

इस सद्भावना के साथ सेठ एम आर जयपुरिया स्कूल, गोयल कैंपस के कक्षा ९ से १२ तक के  छात्रों ने संस्थापक प्रिंसिपल डॉ. रीना पाठक के मार्गदर्शन में स्कूल परिसर में वृक्षारोपण अभियान  आज २८ अक्टूबर को शुरू किया गया है। यह जयपुरिया के छात्रों के मन में पर्यावरण के प्रति प्रेम और देखभाल के बीज को पोषित करने पर केंद्रित है।

पेड़-पौधे प्रकृति का अभिन्न अंग होने के साथ-साथ हमारे जीवन का भी अनिवार्य हिस्सा हैं। वे मानव जीवन के साथ-साथ पृथ्वी पर सभी जीवन के लिए आवश्यक हैं। वृक्षारोपण वर्तमान पीढ़ी के लिए सुरक्षित पर्यावरण और भविष्य सुनिश्चित करने के लिए किया गया एक प्रयास है। यह हमारी आने वाली पीढ़ी के बच्चों के हाथों से वृक्षारोपण द्वारा प्राप्त किया जा रहा है। इससे उन्हें हमारे पर्यावरण के एक अमूल्य हिस्से - वृक्षों का महत्व समझ आएगा।

पेड़ सिर्फ पृथ्वी के तत्व नहीं हैं। वे  हमारे साथी भी हैं। हम सभी ने अपने माता-पिता को यह कहते हुए सुना होगा कि कैसे पक्षियों और पेड़ों जैसे प्राकृतिक तत्वों से बात करने से हमारा दिमाग शांत होता है। पेड़, हर जीव के लिए हमेशा से मौजूद रहे हैं, चाहे वह आश्रय प्रदान करना हो या जीवन के लिए महत्वपूर्ण ऑक्सीजन देना हो।

अत्यधिक महत्व के बावजूद, पृथ्वी पर पेड़ों और वनों की गिनती तेजी से घट रही है। मनुष्य अपने व्यक्तिगत लाभ के लिए वनों की कटाई के माध्यम से पेड़ों का शोषण कर रहे हैं, बिना यह सोचे कि इससे उनके स्वयं के जीवन के साथ-साथ आने वाली पीढ़ी के जीवन को भी कितना नुकसान हो रहा है। पेड़ों के बिना, न तो मानव जीवन का अस्तित्व हो सकता है और न ही पृथ्वी पर जीवन का कोई अन्य रूप। पेड़ हमारी कई पोषण शक्तियों में से एक हैं और हम उनके बिना जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते।

ये पेड़ सिर्फ पेड़ नहीं बल्कि हमारा जीवन हैं। 
हमारे पर्यावरण को एक बेहतर दिशा की ओर ले जाने के लिए हमें साथ मिलकर काम करना होगा। हमने एक शुरुआत अपने विद्यालय से की है और ऐसी ही एक शुरुआत आप कर सकते हैं आज की एक वृक्ष लगा कर।