"जब अंधेरा आए तो हमें अंधेरे की निंदा नहीं करनी चाहिए बल्कि रोशनी के लिए एक दीपक जलाना चाहिए"
ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय
लखनऊ। सेंट क्लेयर्स कॉन्वेंट स्कूल ने बड़े उत्साह और जीवंतता के साथ अपना रजत जयंती 'ला लूस जुबली'" (जयंती की रोशनी) समारोह मनाया।
यह समारोह अभिनंदन, प्रीतिभोज और उत्सव का अवसर था।
"जब अंधेरा आए तो हमें अंधेरे की निंदा नहीं करनी चाहिए बल्कि रोशनी के लिए एक दीपक जलाना चाहिए।"
गणमान्य व्यक्तियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन के साथ स्कूल ने 25 वर्ष पूरे होने का जश्न मनाया। स्कूल की गायन मंडली द्वारा सर्वशक्तिमान ईश्वर की कृपा और आशीर्वाद को दर्शाते हुए एक प्रार्थना गीत गाया गया।
छात्रों ने समकालिक गतिविधियों के उत्तम मिश्रण द्वारा एक भावपूर्ण प्रार्थना नृत्य प्रस्तुत किया। स्कूल गायन मंडली ने अपनी मधुर धुनों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। डॉ. दिनेश शर्मा (उत्तर प्रदेश के पूर्व उप मुख्यमंत्री एवं सांसद- राज्यसभा) मुख्य अतिथि थे। राकेश कुमार (डी आई ओ एस लखनऊ) विशिष्ट अतिथि थे और आदरणीय डॉ. - डेन्जिल जॉन गोडिन (पूर्व विधायक (भाजपा) उत्तर प्रदेश) विशेष अतिथि थे।
रजत जयंती समारोह को यादगार बनाने के लिए पूर्व और वर्तमान दोनों क्लेरियन सिस्टर्स, अभिभावक और शुभचिंतक एकत्रित
हुए उत्साही छात्रों ने संगीतमय नृत्य नाटिका का मिश्रण प्रस्तुतिकरण किया जिसने दर्शकों को आश्चर्यचकित कर दिया।
संगीतमय नृत्य नाटिका में सेंट क्लेयर्स स्कूल के इतिहास और यात्रा पर प्रकाश डाला गया। ग्रैंड फिनाले में भव्यता दिखाई गई।
और यह वास्तव में एक रंगीन लयबद्ध समायोजन था जिसने अपनी रमणीयता और सादगी ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
कार्यक्रम स्थल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा।
जैसे ही दर्शकों ने भावपूर्ण कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां देखी, दर्शकों के चेहरे प्रसन्नता से खिल उठे।
रजत जयंती समारोह बड़े ही उत्साह पूर्ण ढंग से बनाया गया, , जिसे प्रशासन, शिक्षण और गैर-शिक्षण संस्थानों द्वारा शुभकामानाएं दी गयीं।