ग्रासरूट फाउंडेशन द्वारा प्रमाण पत्र वितरण के साथ 25 दिवसीय अंगवस्त्र एवं जूट क्राफ्ट प्रशिक्षण का समापन
25 दिवसीय यह प्रशिक्षण कार्यक्रम सिडबी के सहयोग से आजीविका आउटरिच कार्यक्रम के अंतर्गत अंगवस्त्र एवं जूट क्राफ्ट पर आधारित था। सर्वे द्वारा 4 बैच हेतु 105 पात्र प्रशिक्षुओं (95 महिला एवं 10 पुरुष) का चयन ग्राम रामपुर भवानीपुर एवं ग्राम चौखंडी से किया गया था। कार्यक्रम का शुभारंभ 27 सितंबर को हुआ था।
इन 25 दिनों में प्रशिक्षणार्थियों ने श्री आयुष तिवारी (इम्पेनेल्ड डिजाइनर) एवं सहा0 प्रशिक्षक कमरजहां, शीला देवी, मो0 वैश एवं मोहय्यदीन के निर्देशन में परम्परागत तरीके से बनाए जाने वाले अंगवस्त्र एवं जूट क्राफ्ट को नवीनतम तकनीकी, नई डिज़ाइन एवं बाजार की मांग के अनुरूप बनाना सीखा। साथ ही वित्तीय और डिजिटल साक्षरता, मार्केट लिंकेज जैसे विषयों पर जानकारी प्राप्त की।
संस्था सीईओ सुश्री अपर्णा मिश्रा ने कहा कि महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए ग्रासरूट फाउंडेशन निरंतर प्रयास करती रहती है ताकि महिलाएं स्वावलंबी बने और नए भारत, आत्मनिर्भर भारत को बनाने में बेहतर तरीके से सहभागी बनें। इस प्रशिक्षण द्वारा कौशल उन्नयन से प्रतिभागी कारीगरों की उत्पादकता में निश्चित ही वृद्धि होगी साथ ही वे आधुनिक व नवीनतम डिज़ाइन पर काम करने में भी सक्षम होंगे।
कार्यक्रम का समापन सभी प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र वितरण के साथ किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्री सनोज कुमार गुंजन, सहा० महाप्रबंधक, सिडबी क्षेत्रीय कार्या० लखनऊ के अतिरिक्त श्री अमर चन्द्र ज्योति पी॰एम॰यू॰ सिडबी, श्री आलोक कुमार, श्री संतोष पाण्डेय संपादक सत्यबंधु भारत, श्री प्रमोद कुमार गुप्ता संयोजक, श्री मुमताज़, सभी प्रशिक्षक, ग्राम पंचायत प्रतिनिधि एवं ग्राम के अन्य गणमान्य व्यक्तियों के साथ 105 प्रशिक्षणार्थी मौजूद थे।