एक वृक्ष शहीदों के नाम अंतर्गत पौधरोपण किया गया
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ब्रिगेडिअर नीरज पुनेठा और कर्नल रत्नाकर त्रिवेदी रहे। व्याख्यान का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। तत्पश्चात कारगिल युद्ध में शहीद हुए जवानों के लिए सभागार में उपस्थितजन ने 2 मिनट की मौन श्रद्धांजलि दी गयी। प्रो संजय गुप्ता, विभागाध्यक्ष राजनीतिशास्त्र विभाग ने भारतीय सेना की उपलब्धियों का विस्तृत विवरण देते हुए
ब्रिगेडिअर नीरज पुनेठा और कर्नल रत्नाकर त्रिवेदी का स्वागत किया एवं व्याख्यान विषय से परिचय कराया। प्रो. संजय गुप्ता ने व्याख्यान के मुख्य बिंदुओं, उसके महत्व तथा वर्तमान एवं आने वाली पीढ़ी के लिए उसके संदेश को समझाया। उन्होंने विश्वविद्यालय में ऐसे बहुमूल्य व्याख्यानों, संगोष्ठियों, सम्मेलनों एवं कार्यशालाओं को प्रोत्साहित करने के लिए माननीय कुलपति के प्रति अपना हार्दिक आभार भी व्यक्त किया।
व्याख्यान के मुख्य वक्ता ब्रिगेडिअर नीरज पुनेठा ने कारगिल युद्ध के समय की परिस्थितियों से अवगत कराया। और बताया की किस प्रकार हमारे जवानों ने अपनी बहादुरी और वीरता से पाकिस्तान को हराया। कर्नल रत्नाकर ने और सेवानिवृत मेजर जर्नल जे. एस. यादव अपने कारगिल युद्ध के समय के अनुभवों को साँझा किया।
व्याख्यान के अंत में डॉ. अमित कुशवाहा ने ब्रिगेडिअर नीरज पुनेठा, कर्नल रत्नाकर त्रिवेदी, मेजर जर्नल जे. एस. यादव, विद्यार्थियों, शोधकर्ताओं तथा राजनीति विज्ञान विभाग के सभी संकाय सदस्यों- प्रो. मनुका खन्ना, प्रो. कमल कुमार, प्रो. कविराज, प्रो. राघवेंद्र सिंह, डॉ. अमित कुशवाहा, डॉ. शिखा चौहान, डॉ. राजीव सागर, डॉ. अनामिका, डॉ. जितेंद्र कुमार, डॉ. दिनेश कुमार एवं डॉ. माधुरी साहू एवं अन्य विद्यार्थियों को धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।कार्यक्रम के बाद विभाग द्वारा एक वृक्ष शहीदों के नाम अंतर्गत पौधरोपण किया गया।