शुएट्स में अभ्युदय महोत्सव मनाया गया

Abhyudaya Mahotsav celebrated in Shutes
 

सैम हिग्गिंबॉटम यूनिवर्सिटी ऑफ़ एग्रीकल्चर, टेक्नोलॉजी एंड साइंसेज (शुएट्स) प्रयागराज (यू.पी) के वार्नर कॉलेज ऑफ़ डेरी टेक्नोलॉजी के विद्यार्थियों एवं शिक्षकों ने अभ्युदय महोत्सव का आगाज़ किया। अभ्युदय महोत्सव के तहत जूनियर विद्यार्थयों ने अपने सीनियर विद्यार्थियों को विदाई दी। ये सीनियर विद्यार्थी अंतिम वर्ष के अंतिम सेमेस्टर के छात्र थे। सीनियर विद्यार्थियों के विदाई समारोह में वार्नर कॉलेज ऑफ़ डेरी टेक्नोलॉजी के छात्रों एवं शिक्षकों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। अभ्युदय महोत्सव का आयोजन कार्यक्रम के संयोजक एवं सलाहकार डॉ. शंकर सुवन सिंह (असिस्टेंट प्रोफेसर) के द्वारा किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ वार्नर कॉलेज ऑफ़ डेरी टेक्नोलॉजी के अधिष्ठाता (डीन) प्रोफेसर (डॉ.) एस जी एम् प्रसाद, डॉ. अविनाश सिंह (एसोसिएट प्रोफसर), डॉ. एस एन ठाकुर (असिस्टेंट प्रोफेसर- सेलेक्शन ग्रेड) एवं डॉ. शंकर सुवन सिंह (असिस्टेंट प्रोफेसर- सेलेक्शन ग्रेड) ने दीप प्रज्वलन के साथ किया। प्रोफेसर (डॉ) एस जी एम् प्रसाद ने विद्यार्थियों को ऊंचाई पर जाने की नसीहत दी। उन्होंने कहा की जब कोई पक्षी आसमान की ऊंचाइयों को छू लेता है तब हवा भी उसका सहारा बन जाती है।

कार्यक्रम के संयोजक एवं सलाहकार डॉ. शंकर सुवन सिंह ने अपने भाषण में विद्याथियों को अपने लक्ष्य के प्रति संघर्ष करने की नसीहत दी और उन्होंने अपने एक शेर में कहा कि "खंजर की क्या मजाल की तेरे अरमानों को कुचल दे। अरमान ही क्या करे कि तू खुद खंजर बन बैठा।" डॉ. शंकर सुवन सिंह ने कहा कि शिक्षक और विद्यार्थी का सम्बन्ध उसी प्रकार है जैसे मछली का पानी से। असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. एस एन ठाकुर ने अपने भाषण में विद्यार्थियों को जीवन के प्रति समर्पण की भावना से प्रेरित किया। एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. अविनाश सिंह ने भी विद्यार्थियों को प्रेरित करते उनके अच्छे संस्कार से सफलता की बात कही।

कार्यक्रम के समापन में मिस्टर फेयरवेल बी टेक (डेरी टेक्नोलॉजी) के छात्र आदर्श और मिस फेयरवेल एम् एस सी (फ़ूड टेक्नोलॉजी) की छात्रा वंशिका राय को दिया गया। कार्यक्रम में वार्नर कॉलेज ऑफ़ डेरी टेक्नोलॉजी के शिक्षक एवं स्टाफ डॉ. एस जी एम् प्रसाद, डॉ. अविनाश सिंह, डॉ. एस एन ठाकुर, डॉ. शंकर सुवन सिंह, डॉ. पुनीत अरोरा, डॉ. सुवर्तन गौतम रणवीर, डॉ. प्रियब्रत गौतम, डॉ. अंकिता गौतम, डॉ. गौरव यादव, इंजीनियर शांता पीटर, इंजीनियर अंकुर रमोला, बीजू जॉन, अर्जुन, हरदेव, हरिओम और जैनेन्द्र आदि उपस्थित रहे। विद्यर्थियों में ईश कुमार, सौम्य, अपर्णा सिंह, मोहम्मद ज़ैद, जीशान आदि ने अहम् भूमिका निभाई।