आचार्य रमेश को उत्तर प्रदेश का प्रदेश अध्यक्ष मनोनीत किया गया
उत्तर प्रदेश डेस्क लखनऊ (आर एल पांडेय)। डॉक्टर विवेक मिश्रा ने बताया कि राष्ट्रवादी पीपुल्स पार्टी का राष्ट्रवादी अधिवेशन व्यापर मंडल भवन, गणेशगंज, लखनऊ में संपन्न हुआ। इसमें पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी, प्रदेश कार्यकारिणी तथा जिलों एवं महानगर से कई पदाधिकारी एवं सदस्यों की उपस्थिति में अधिवेशन में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ० आर० बी० सिंह ने पार्टी के उदेश्यों, संगठनात्मक स्वरुप, मुद्दों तथा आगामी कार्य योजना पर चर्चा करते हुए कहा कि हम प्रदेश एवं देश में होने वाली घटनाओं और मुद्दों पर तटस्थ नहीं रह सकते। हमें मानवीय समस्याओं तथा शंकाओं का समाधान ढूढ़ना होगा और इसके लिए पार्टी केंद्र एवं राज्य सरकारों को अपेक्षित सहयोग व समर्थन देने के लिए तैयार है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि भारत की बाह्य एवं आतंरिक सुरक्षा पर संकट लगातार बना हुआ है। सभी पार्टियां अल्पसंख्यक तुष्टिकरण में लिप्त हैं और बहुसंख्यक समाज को हासिये पर धकेल दिया गया है। पार्टी बहुसंख्यक हितों की सुरक्षा के लिए सड़क पर उतरेगी और उनके अधिकारों के लिए संघर्ष करेगी। इस अधिवेशन में अमेठी निवासी आचार्य रमेश को उत्तर प्रदेश का प्रदेश अध्यक्ष मनोनीत किया गया। नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष आचार्य रमेश ने जमीनी स्तर पर संगठन मजबूत करने पर जोर देते हुए कहा कि हम 2027 में उत्तर प्रदेश के 100 विधानसभा सीटों पर लड़ेंगे इसलिए पार्टी के नेता और कार्यकर्ता आगामी विधानसभा चुनावों पर अभी से केंद्रित होकर काम करें। चिन्हित विधानसभाओं पर फोकस करते हुए बूथ स्तर तक कमेटियों का विस्तार करें और कार्यक्रमों के आयोजन नियोजन में तेजी लाया जाय।
पार्टी ने जेहाद, तुष्टीकरण, भ्रष्टाचार, रोजगार तथा निर्बल एवं मध्यम आय वर्ग के मुद्दों को लेकर सड़क पर उतरने का निर्णय लिया है। पार्टी का सदस्यता अभियान शुरु करने के साथ-साथ आगामी महीनों में सांस्कृतिक चेतना यात्रा एवं जन पंचायत के आयोजन पर भी सहमति बनी है।
अधिवेशन के अन्य वक्ताओं में श्री शिवेंद्र वीर सिंह, डॉ० सुनीत मिश्र, अध्यात्म सिंह, संजय श्रीवास्तव, राम किशोर चौरसिया, डॉ० शंभूनाथ मिश्र, रमेश मिश्र, डॉ० अरुण द्विवेदी, प्रोफेसर विवेक मिश्र, पुरुषोतम सिंह, वीरेंद्र यादव, आनंद प्रताप सिंह, कैप्टन नरेंद्र सिंह, माधवेन्द्र सिंह, राजकुमार मिश्र, शिवेंद्र प्रताप सिंह, रवि गुप्ता, अजय सिंह,राम सहारे पाल, लक्ष्मी शंकर चौरसिया, स्मिता सिंह आदि थे। इस अधिवेशन में 100 से अधिक प्रतिनिधि उपस्थित रहे।