पुलिस महानिदेशक, उ०प्र० द्वारा छठ पर्व के अवसर पर सुदृढ़ सुरक्षा व्यवस्था के सम्बन्ध में दिये गये दिशा निर्देश
 

Guidelines given by Director General of Police, Uttar Pradesh regarding strong security arrangements on the occasion of Chhath festival
 
लखनऊ डेस्क (आर एल पाण्डेय)। प्रशान्त कुमार, पुलिस महानिदेशक, उ०प्र० द्वारा समस्त जोनल अपर पुलिस महानिदेशक / पुलिस आयुक्त, परिक्षेत्रीय पुलिस महानिरीक्षक/पुलिस उपमहानिरीक्षक, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक / पुलिस अधीक्षक प्रभारी जनपद को त्यौहार छठ पर्व के अवसर पर सुदृढ़ सुरक्षा व्यवस्था के सम्बन्ध में मुख्यतः निम्नांकित बिन्दुओं पर दिशा निर्देश दिये
 



 छठ पर्व के अवसर पर घाटों / पूजा स्थलों, नदियों/तालाबों / जलाशयों पर महिलाओं के अतिरिक्त बड़ी संख्या में पुरुष एवं बच्चे आदि एकत्रित होते है, जिनकी सुरक्षा व्यवस्था हेतु पर्याप्त संख्या में पुलिस कर्मियों की ड्यूिटी लगायी जाय तथा प्रकाश / साफ-सफाई, गोताखोरों की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाये।

 सार्वजनिक/भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर महिलाओं/बालिकाओं की सुरक्षा के दृष्टिगत सादे वस्त्रों में महिला/पुरूष पुलिस कर्मियों की डियूटी लगायी जाये तथा एण्टी रोमियो स्क्वायड को सक्रिय रखा जाये।पर्व के दौरान प्रमुख घाटों पर लोग पटाखे इत्यादि भी छुड़ाते है, सुरक्षा के दृष्टिगत अग्नि शमन की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाय।

छठ पर्व के अवसर पर काफी संख्या में लोगों का ट्रेन व बसों के माध्यम से आवागमन रहता है, जिसके दृष्टिगत इस ओर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। इस सम्बन्ध में पूर्व से ही कार्य योजना तैयार कर ली जाये तथा रेलवे स्टेशनों एवं बस अड्डों पर सुरक्षा व्यवस्था के दृष्टिगत पर्याप्त पुलिस प्रबन्ध किये जाये।


 सार्वजनिक जगहों तथा भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर फुट पेट्रोलिंग की जाये तथा पर्याप्त संख्या में पुलिस बल लगाया जाये, जिससे कि आम जनमानस में पुलिस की सक्रियता परिलक्षित हो। स्थानीय अभिसूचना इकाई के अधिकारियों/कर्मचारियों को सतर्क रखा जाय तथा असामाजिक एवं अवॉछनीय तत्वों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जाय एवं अभिसूचना इकाईयों के माध्यम से प्राप्त होने वाली लाभप्रद सूचनाओं के आधार पर प्रभावी निरोधात्मक कार्यवाही सुनिश्चित की जाये।सोशल मीडिया के सभी प्लेटफार्मों की सघन मॉनीटरिंग की जाय तथा किसी भी प्रकार के आपत्ति जनक/भ्रामक पोस्टों का तत्काल संज्ञान लेते हुये उनका खण्डन कर वैधानिक कार्यवाही सुनिश्चित की जाये।