गुरु पूर्णिमा की हार्दिक शुभकामनाएं गुरु के मायने: खोसला
 

Best wishes on Guru Purnima, the meaning of Guru: Khosla
 
उत्तर प्रदेश डेस्क लखनऊ (आर एल पाण्डेय)। गुरु ते गोविंद डाउ खड़े काके लागू पाव गुरु बलिहारी आपके जो गोविंद देओं मिलया पूरे विश्व भर में आज गुरु पूर्णिमा का अवसर बड़े धूमधाम से बनाया गया आज सभी जनमानस नहीं अपने-अपने गुरु की पूजा करें और अपनी आस्था के अनुसार उन्हें भोग लगाकर दान दक्षिणा भी दिया

भीम ब्रिगेड ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव जोली खोसला ने कहा कि गुरु जरूरी नहीं कि वह धार्मिक  हो इंसान अपना गुरु किसी को भी बना सकता है जिसे उसे अपने जीवन में बहुत कुछ सीखने को मिला जनकल्याण के लिए खोसला ने बताया कि  आज  दिनांक 21 जुलाई 2024 को अषाढ़ गुरु पूर्णिमा है इसी दिन तथागत बुद्ध ने अपना पहला  धम्म उपदेश सारनाथ वाराणसी में पांच भिक्षुओं कौडिन्य , भदीय, अस जी, बप्प, महानाम को दिया था तबसे इस पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा कहा जाता है।

इसी दिन से वर्षा वास का प्रारंभ हो जाता है बौद्ध भिक्षु तीन महीने एक स्थान में रहकर विद्या अध्ययन करते हैं। हमें भी उनके दिखाए हुए मार्ग पर चलना चाहिए जो आज एक कहना नहीं चाहिए ढोंगी गुरु बहुत ज्यादा चर्चा में है उन सब से बच के रहना चाहिए गुरु बनाने से पहले हमें अपने अंदर आत्मा से जब तक आवाज ना आए तब तक गुरु धारण नहीं करना चाहिए एक बार फिर गुरु पूर्णिमा की हार्दिक शुभकामनाएं।