संपूर्ण राष्ट्र को भावनात्मक रूप से जोड़ती है हिन्दी : जयशंकर तिवारी 

Hindi connects the entire nation emotionally: Jaishankar Tiwari
 
लखनऊ डेस्क (आर एल पाण्डेय)।राष्ट्रीय हिन्दी दिवस के उपलक्ष्य में शुक्रवार से जिले भर के विद्यालयों  और सरकारी कार्यालयों में हिन्दी को जनभाषा राष्ट्र भाषा के  रूप में विकसित करने के लिए विचार गोष्ठी, काव्य गोष्ठी, निबंध, वाद- विवाद, चित्रकला, पोस्टर प्रतियोगिता सहित विभिन्न आयोजन शुरू हो रहे हैं।यह आयोजन पखवारे भर तक चलेंगे। 
 हिन्दी दिवस के महत्व पर  जानकारी देते हुए लाल बहादुर शास्त्री महाविद्यालय गोण्डा के वरिष्ठ हिन्दी प्राध्यापक डा. जयशंकर तिवारी ने बताया कि हिन्दी को राजभाषा के रूप में 14  सितंबर 1949 को संविधान सभा में देवनागरी लिपि में लिखित हिन्दी को राष्ट्र की अधिकृत राजभाषा की मान्यता दी गई थी। 1953 से देश में इस दिवस को हिन्दी दिवस मनाए जाने का प्रचलन शुरू हुआ। हिन्दी पूरे राष्ट्र को भावनात्मक रूप से जोड़ती है। हिन्दी अंग्रेजी और मंदारिन के बाद विश्व की सबसे अधिक बोलने समझने वालों की भाषा है। विश्व के सभी प्रमुख विश्वविद्यालय में इसके शिक्षण प्रशिक्षण की व्यवस्था है।