प्रदेश के 7 जनपदों में निर्मित वृहद गो संरक्षण केंद्रों का लोकार्पण
प्रदेश सरकार वर्ष 2018-19 से निराश्रित गोवंशों के कारण गरीब किसानों की फसलों तथा मार्ग दुर्घटनाओं के कारण जनहानि को रोकने के लिए दृढ संकल्पित है, जिसके परिणामस्वरूप सरकार द्वारा निराश्रित गोवंशों के संरक्षण हेतु नीति का प्रख्यापन कर ग्रामीण क्षेत्रों में 6,672 अस्थायी, 321 वृहद गो संरक्षण केंद्र तथा 307 कांजी हाउस एवं शहरी क्षेत्र में 289 कान्हा गो आश्रय सहित कुल 7.589 गो आश्रय स्थलों की स्थापना की जा चुकी है तथा इसमें कुल 12.08.088 गोवंश संरक्षित है।
प्रदेश में माननीय मंत्री जी के कुशल मार्गदर्शन, प्रेरणा एवं शासन की दृढ़ इच्छाशक्ति से अभी तक कुल 522 वृहद गो संरक्षण केंद्रों की स्वीकृति प्रदान की गई है, जिसके सापेक्ष 321 केंद्र निर्मित एवं क्रियाशील हैं। इन केंद्रों में कुल 187919 निराश्रित गोवंश संरक्षित है। 522 वृहद गो संरक्षण केंद्रों के निर्माण हेतु अब तक कुल धनराशि रू0 62,613.08 लाख अवमुक्त की जा चुकी है।
> योजना के प्रारंभ में वृहद गो संरक्षण केंद्रों के निर्माण की इकाई लागत रू0- 120 लाख थी, जिसे वर्ष 2022-23 से मानकीकृत करते इकाई लागत को बढाकर रू०- 160.12 लाख प्रति इकाई किया गया है।
> माननीय मंत्री जी द्वारा वर्ष 2022-23 व 2023-24 में स्वीकृत सभी 174 केंद्रों का निर्माण फरवरी 2024 तक पूर्ण कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जिसे उनके कुशल मार्गदर्शन में अवश्य पूर्ण कराया जाएगा।
> आज 07 जनपदों आगरा, शाहजहांपुर, उन्नाव में 2-2 केंद्रों, सम्भल में 03. केन्द्रों तथा अमेठी, गोंडा एवं झांसी में 1-1 केंद्र सहित कुल 12 केन्द्रों का लोकार्पण किया जा रहा है। लोकार्पण कार्यक्रम के इन गौरवशाली क्षणों में संबंधित जनपदों में वर्चुअल मोड में ऑनलाइन लोकार्पण किये जा रहे वृहद गो संरक्षण केन्द्र पर मुख्य पशुचिकित्साधिकारी उपस्थित हैं तथा वे सीधे माननीय मंत्री जी. प्रमुख सचिव पशुधन एवं विशेष सचिव पशुधन महोदय से केंद्रों में निर्मित अवस्थापना सुविधाओं की जानकारी देंगे। हमें यह सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि विगत तीन माह के भीतर माननीय मंत्री जी द्वारा बरेली के 09 केंद्रों तथा मुरादाबाद, बागपत, जालौन, मथुरा, उन्नाव व अमेठी में 12 केंद्रों सहित कुल 21 केंद्रों के लोकार्पण किया जाना उनके दृढ संकल्प एवं समर्पण का द्योतक है।
आज लोकार्पण किए जा रहे 12 केंद्रों में 06 केंद्र वर्ष 2022-23 तथा 06 केंद्र वर्ष 2023-24 में स्वीकृत किए गए थे। इनका निर्माण UPPCL व UPCLDF द्वारा किया गया है।
यह सूचित किया जाना प्रासंगिक होगा कि वर्तमान वित्तीय वर्ष 2024-25 में माननीय मंत्री जी की प्रेरणा से 400 गोवंश धारण क्षमता की 45 केंद्रों की वित्तीय स्वीकृति प्रदान की गई है, जिनका निर्माण जून 2025 तक पूर्ण किए जाने का लक्ष्य है। इस वित्तीय वर्ष के निर्माण हेतु प्राविधानित धनराशि रू0- 140 करोड के सापेक्ष रू०- 88.13 करोड की वित्तीय स्वीकृति शासन द्वारा निर्गत की जा चुकी है।