अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्मोत्सव में सर्वश्रेष्ठ बाल फिल्मों को १० लाख रुपये के नगद पुरस्कार से नवाजा गया
 

The best children's films were awarded a cash prize of Rs 10 lakh at the International Children's Film Festival.
 
उत्तर प्रदेश डेस्क लखनऊ ( आर एल पाण्डेय )। सिटी मोन्टेसरी स्कूल द्वारा सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में आयोजित सात-दिवसीय '१३वें अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव (आई.सी.एफ.एफ.-२०२४)' के सातवें व अन्तिम दिन आज देश-दुनिया की सर्वश्रेष्ठ बाल फिल्मों को विभिन्न श्रेणियों में १० लाख रुपये के नगद पुरस्कार से नवाजा गया।

सर्वश्रेष्ठ बाल फिल्मों का चयन एक अन्तर्राष्ट्रीय ज्यूरी द्वारा किया गया, जिनमें डा. अहमत बोयासिओग्लू (तुर्की), श्री फिलिप दिवियाक (आस्ट्रिया), श्री कृपाल कालिता (भारत), श्री उत्पल बोरपुजारी (भारत) एवं सुश्री मालती सहाय (भारत) शामिल हैं। इसके अलावा, सी.एम.एस. के तीन छात्र रीत मिगलानी, आद्या मिश्रा एवं कृष्ण सिंह भी इस ज्यूरी के बाल सदस्यों में शामिल रहे। इससे पहले, दीप प्रज्वलन समारोह के साथ बाल फिल्मोत्सव के सातवें व अन्तिम दिन का विधिवत् शुभारम्भ हुआ तथापि फिल्म जगत की प्रख्यात हस्तियों ने अपनी उपस्थिति से समारोह की गरिमा को बढ़ाया। इस अवसर पर सी.एम.एस. छात्रों ने स्कूल प्रार्थना, सर्वधर्म प्रार्थना व शिक्षात्मक साँस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियों से आध्यात्मिक व नैतिक वातावरण का अनूठा समाँ बाँधा।

पुरस्कार वितरण समारोह के अलावा दुनिया भर की शिक्षात्मक बाल फिल्मों के प्रदर्शन का सिलसिला जारी रहा, जिनमें लॉकडाउन, द कोरोना फाइटर, ड्राप्स ऑफ ड्यू, द ब्रीज ब्लोज श्रु द सहुन वैली, हैप्पी टुगेदर, इन द शैडो, द सैण्डविच, ए बर्थडे विश, ए न्यू मार्निंग, सबक, वर्चुअल फ्रेण्ड्स, सोनी की स्कूटी, ब्लू टेडी बिअर, द लैण्ड ऑफ जंगल चुक, द नोटबुक, बैलून्स ऑफ हैप्पीनेस, द लीजेन्ड ऑफ हैलोवीन घोस्ट, द बुक ऑफ फेयरी टेल्स, कोल्ड लंच, द लास्ट फिशरमैन, एहसास आदि अनेकों मनोरंजन से भरपूर उत्कृष्ट फिल्में प्रदर्शित की गई। विदित हो कि इस बाल फिल्मोत्सव में प्रतिदिन पन्द्रह हजार से अधिक छात्रों ने उच्च जीवन मूल्यों एवं नैतिक व चारित्रिक शिक्षा से भरपूर बाल फिल्मों से प्रेरणा ग्रहण कर लाभान्वित हुए है।

अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव में पधारे फिल्म जगत की प्रख्यात हस्तियाँ आज एक प्रेस कान्फ्रेन्स में पत्रकारों से रूबरू हुए और एक स्वर से कहा कि यह बाल फिल्म महोत्सव एक ऐतिहासिक अवसर है जो छात्रों को एवं खासकर युवा पीढ़ी को चरित्र निर्माण एवं सर्वांगीण विकास की प्रेरणा दे रहा है। अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव के फेस्टिवल डायरेक्टर श्री आर. के. सिंह ने कहा कि इस फिल्म फेस्टिवल को लखनऊ के छात्रों, युवाओं, शिक्षकों व अभिभावकों का अभूतपूर्व समर्थन व अपार सहयोग मिला है जिसके लिए मैं लखनऊ की जनता का हार्दिक आभार व्यक्त करता हूँ। श्री सिंह ने आगे कहा कि हालांकि यह अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्मोत्सव आज सम्पन्न हो गया परन्तु इसने छात्रों म युवा पीढी में जीवन मूल्यों व चरित्र निर्माण की जो लौ प्रज्वलित की है, वह भावी पीढ़ी को समाज का आदर्श नागरिक बनाने में मील का पत्थर साबित होगी।