विभिन्न राज्यों के कैडेटों के मध्य गीत संगीत का हुआ महामुकाबला
सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ मुख्य अतिथि पूर्व सांसद व जिला पंचायत अध्यक्ष श्रावस्ती दद्दन मिश्र व कार्यक्रम अध्यक्ष कैम्प कमांडेंट कर्नल अरविन्द प्रताप सिंह पटवाल ने किया। कैडेटों को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि दद्दन मिश्र ने कहा कि एन सी सी का ध्येय वाक्य है -एकता और अनुशासन। इसलिए स्वयं अनुशासित होकर राष्ट्र की एकता के लिए अपने दायित्वों का निर्वहन पूरी ईमानदारी व निष्ठा के साथ करना चाहिए।
भगवान बुद्ध की तपोभूमि श्रावस्ती में आयोजित ट्रैकिंग कैम्प कैडेटों के लिए मील का पत्थर साबित होगा। कैम्प कमांडेंट कर्नल पटवाल ने मुख्य अतिथि का स्वागत करते हुए कहा कि कैडेटों के लिए एक अच्छा अवसर है कि वह प्राकृतिक संसाधनों से सम्पन्न सुहेलवा वाइल्ड सेन्चुरी के जंगलों में ट्रैकिंग किया। साथ ही भगवान बुद्ध के संदेश को सीखने का मौका मिला।
इस दौरान गोरखपुर ग्रुप के कैडेटों द्वारा प्रस्तुत मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के जन्म पर आधारित सोहर व उत्तराखंड के गढ़वाली नृत्य को खूब सराहा गया। वहीं पंजाब ,हरियाणा, हिमांचल प्रदेश व चंडीगढ़ निदेशालय के सागर के एकल नृत्य व गोरखपुर ग्रुप के अवधी पर आधारित समूह नृत्य ने दर्शकों को मंत्र मुग्ध कर दिया। एकल गायन में उत्तराखंड निदेशालय को पहला, पंजाब हरियाणा निदेशालय को दूसरा,दिल्ली को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ।
समूह नृत्य में गोरखपुर ग्रुप को प्रथम,उत्तराखंड को द्वितीय तथा दिल्ली को तृतीय स्थान मिला। एकल नृत्य में पंजाब ,हरियाणा को पहला, दिल्ली को दूसरा व उत्तराखंड को तृतीय स्थान मिला। समूह गायन में गोरखपुर ग्रुप को पहला,उत्तराखंड को दूसरा तथा उत्तर प्रदेश को तीसरा स्थान मिला। नाटक में गोरखपुर ग्रुप को पहला, पंजाब,हरियाणा व चंडीगढ़ को दूसरा तथा उत्तराखंड व दिल्ली को संयुक्त रूप से तीसरा स्थान प्राप्त हुआ। सांस्कृतिक संध्या का संचालन लेफ्टिनेंट डॉ देवेन्द्र कुमार चौहान ने किया। इस अवसर पर विभिन्न राज्यों के एन सी सी अधिकारी व पीआई स्टाफ मौजूद रहे।