"नहीं रहे" इस्कॉन भारत के प्रमुख, परम पूज्य गुरू गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज जी
 

"No more" Head of ISKCON India, Most Revered Guru Gopal Krishna Goswami Maharaj Ji
 
उत्तर प्रदेश डेस्क लखनऊ ( आर एल पाण्डेय )। इस्कॉन मन्दिर अध्यक्ष अपरिमेय श्याम प्रभुजी ने बताया कि परम पूज्य गोपाल कृष्ण गोस्वामी जी महाराज का आविर्भाव(जन्म) 14 अगस्त  1944 को अन्नदा एकादशी के दिन हुआ था, महाराज जी श्रील प्रभुपाद जी के शिष्यों मे सबसे वरिष्ठ शिष्य थे, महाराज जी 1966 मे पेप्सीको कंपनी मे एशिया पैसेफिक देखते थे l

 01 जून 1968 को महाराज जी की पहली मुलाक़ात श्रील प्रभुपाद से माँट्रीयल कनाडा मे हुयी थी l कनाडा मे मन्दिर अध्यक्ष द्वारा उन्हें श्रील प्रभुपाद जी के कमरे की साफ-सफाई कि सेवा दी गयी थी और वह सेवा महाराज जी ने बहुत अच्छे से की थी और आगे भी सेवा करने की इच्छा श्रील प्रभुपाद जी से व्यक्त की, उनकी इच्छा और सेवा भाव को देखते हुए प्रभुपाद जी ने उन्हें निरंतर सेवाऐं दी l

1974 मे श्रील प्रभुपाद जी महाराज को अपना पर्सनल सेक्रेटरी नियुक्त किया और भारत मे GBC नियुक्त किया l महाराज जी ने प्रभुपाद जी के ग्रंथों का व्यापक रूप से प्रचार करते हुए सफलतापूर्वक वितरण कियाl महाराज जी ने रसिया, अमेरिका, फ़्रांस, ब्रिटेन एवं कई अन्य देशों सहित भारतवर्ष मे कृष्ण भावना का व्यापक प्रचार-प्रसार किया l

80 वर्ष की अवस्था मे आपने अंतिम समय तक प्रभुपाद जी के मिशन को सफलतापूर्वक आगे बढ़ाते रहे l महाराज जी  02 मई 2024 को देहरादून स्न्नान करते समय फिसल गये थे और हार्ट अटैक भी हुआ, उनकी हालत गंभीर होने पर उन्हें पेस मेकर लगाया गया, स्टेन्ट डाले गये और अंततः सर्जरी की गयी और आज दिनांक 05 मई 2024 द्वादशी को प्रातः 08:20 पर महाराज जी ने अंतिम श्वास ली और गोलोक धाम प्रस्थान  किया l