ख्यातिलब्ध चिकित्सक स्व. डॉ. रामदत्त मिश्र की 36वीं पुण्यतिथि पर आयोजित हुआ निःशुल्क मधुमेह जांच शिविर

Renowned doctor Late. Free diabetes screening camp organized on the 36th death anniversary of Dr. Ramdutt Mishra
 
उत्तर प्रदेश डेस्क लखनऊ(आर एल पांडेय).हरदोई जिले के ख्यातिलब्ध चिकित्सक डॉ. रामदत्त मिश्र की 36वीं पुण्यतिथि पर  निःशुल्क मधुमेह जांच शिविर का आयोजन रामदत्त चौराहा स्थित उनके क्लीनिक पर किया गया। शिविर से पूर्व उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। शिविर में स्व. डॉ. मिश्र के पुत्र कृपालु साधक डॉ. राजेन्द्र दत्त मिश्र ने मधुमेह के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जागरूकता एवं सावधानी से मधुमेह से बचा जा सकता है।

शिविर की अध्यक्षता प्रो. अखिलेश वाजपेई ने की। उन्होंने कहा कि डॉ. मिश्र जिले के ही नहीं बल्कि आसपास के कई जिलों में विख्यात थे। वह चिकित्सक होने के साथ-साथ एक सहृदय इंसान और सेवा के प्रति समर्पण रखने वाले व्यक्तित्व थे। कृपालु साधक डॉ. मिश्र ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मधुमेह की बीमारी पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि मधुमेह नामक बीमारी मीठा खाने से नहीं बल्कि असंतुलित भोजन से होती है। इसके बारे में पूरी जानकारी रखकर इस बीमारी से बचा जा सकता है। डॉ. मिश्र ने बताया कि शुगर का ताल्लुक मिठाई से बिल्कुल नहीं है। यह बीमारी अत्यधिक कैलोरीज लेने से उत्पन्न होती है।

यदि व्यक्ति आवश्यक कैलोरीज के लिए ही खाद्य पदार्थों का सेवन करे तो काफी हद तक इससे बचा जा सकता है। उन्होने बताया कि आज देश में 7.5 करोड़ लोग मधुमेह से पीड़ित हैं। यह धीरे-धीरे संक्रामक रोग बनती जा रही है। उन्होने कहा कि यह बीमारी तीन प्रकार की होती है। जिसे संतुलित खान-पान अपनाकर व डॉक्टर के परामर्श से ठीक भी किया जा सकता है। उन्होने प्रत्येक व्यक्ति को वर्ष में कम से कम एक बार स्वास्थ्य परीक्षण कराने की सलाह दी। उन्होंने यह भी बताया कि प्रत्येक व्यक्ति को अपना एक पारिवारिक चिकित्सक नियुक्त करना चाहिए। उसी की सलाह पर इलाज भी लेना चाहिए। कभी खुद डॉक्टर बनने की कोशिश न करें।

उन्होने गूगल व यू-ट्यूब से इलाज न करने की सलाह दी। उन्होंने मधुमेह के कारणों का जिक्र करते हुए कहा कि यह बिगड़ी हुई दिनचर्या, शारीरिक गतिविधियों के न करने, तनाव लेने व उचित इलाज न करने के कारण उत्पन्न होता है। शारीरिक गतिविधियों जैसे व्यायाम, नियमित दिनचर्या और संतुलित आहार से इससे बचा जा सकता है। उन्होने मौजूद लोगों को निर्धारित आहार के बारे में भी बताया। शिविर का आयोजन साधक सत्संग सेवा समिति की ओर से किया गया। आईएएस अधिकारी राजीव दत्त मिश्र (असिस्टेंट डायरेक्टर इंडियन फारेन ट्रेड सर्विस) ने चित्र पर माल्यार्पण किया। शिविर में डॉ. नवीन सक्सेना, डॉ. तिरुपति आनन्द, डॉ. सौरभ दयाल, डॉ. अनन्या, विमलेश बाजपेई, राजीव सेठ, मुकुल बाजपेई, उदय खत्री, पृथ्वी खत्री, मानसी सिंह, देवना, अंकिता, लवी, अन्नू, विक्रांत सिंह, अतुल बाजपेई, राकेश सिंह, अक्षय, संजय टंडन, विजय अग्रवाल, रमेश गोयल, सोनू, अमन, संजय, अनन्त, अशोक सेठ आदि ने सहयोग किया।  इस मौके पर पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष मुकेश अग्रवाल, राकेश अग्रवाल, पूर्व पालिकाध्यक्ष उमेश अग्रवाल, पालिकाध्यक्ष सुखसागर मिश्र, पूर्व पालिकाध्यक्ष रामप्रकाश शुक्ल, शिशुपाल सिंह, अविनाश गुप्ता समेत तमाम गणमान्य लोग मौजूद रहे।