"सिविल सेवा परीक्षा को सफलतापूर्वक पास करने का सर्वश्रेष्ठ तरीका" पर सेमिनार, श्री जय नारायण मिश्र पी.जी. कॉलेज, लखनऊ में शुभ्रा रंजन सिविल सेवा संस्थान द्वारा आयोजित
 

Seminar on "Best way to crack Civil Services Examination successfully" organised by Shubhra Ranjan Civil Services Institute at Shri Jai Narayan Mishra PG College, Lucknow
 

लखनऊ डेस्क (आर एल पाण्डेय)। श्री जय नारायण  मिश्र पी.जी. कॉलेज में "सिविल सेवा परीक्षा को सफलतापूर्वक पास करने का सर्वश्रेष्ठ तरीका" विषय पर एक अत्यंत ज्ञानवर्धक सेमिनार आयोजित किया गया, जिसे प्रतिष्ठित शुभ्रा रंजन सिविल सेवा संस्थान द्वारा आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम में सिविल सेवा के महत्वाकांक्षी छात्रों की बड़ी संख्या में उपस्थिति देखी गई, जो प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करने के लिए उत्सुक थे।

सेमिनार की शुरुआत शुभ्रा रंजन लखनऊ के क्षेत्रीय प्रमुख विजय प्रताप सिंह द्वारा की गई, जिन्होंने छात्रों को सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के आवश्यक कदमों के बारे में मार्गदर्शन दिया। उन्होंने एनसीईआरटी की किताबों की मौलिक महत्ता और तैयारी की यात्रा के प्रारंभिक चरणों में एक मजबूत आधार बनाने के महत्व पर जोर दिया।

जय नारायण पी.जी. कॉलेज के प्राचार्य श्री विनोद चंद्र ने मंच संभाला और इस बात पर प्रकाश डाला कि स्नातक के वर्षों के दौरान प्रारंभिक तैयारी सिविल सेवा परीक्षाओं में सफलता के लिए कितनी महत्वपूर्ण होती है। उन्होंने छात्रों को अनुशासित और केंद्रित दृष्टिकोण अपनाने की सलाह दी, ताकि वे अपने अकादमिक कार्यों और परीक्षा की तैयारी के बीच संतुलन बना सकें।

मुख्य वक्ता श्रीमती शुभ्रा रंजन, जो सिविल सेवा के अभ्यर्थियों के बीच एक प्रसिद्ध मार्गदर्शक हैं, ने अपने अनुभव और ज्ञान से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा में सफल होने के लिए सर्वश्रेष्ठ रणनीतियाँ साझा कीं। उनके वक्तव्य में समय प्रबंधन, सुनियोजित अध्ययन योजना की महत्ता और उपलब्ध संसाधनों का प्रभावी उपयोग जैसे महत्वपूर्ण पहलू शामिल थे।

सत्र का समापन एक प्रश्नोत्तर सत्र के साथ हुआ, जहां श्रीमती रंजन ने छात्रों की शंकाओं का समाधान किया और व्यक्तिगत रूप से मार्गदर्शन प्रदान किया।

यह सेमिनार अत्यधिक सफल रहा और प्रतिभागियों को सिविल सेवा परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के मार्ग को और स्पष्ट रूप से समझने में मदद मिली।