सात शातिर साइबर अपराधियो की गिरफ्तारी करते हुये त्वरित कार्यवाही करते हुये 119 करोड़ रूपये की धनराशि सम्बन्धित बैंक के खाते में वापस कराया गया

By arresting seven vicious cyber criminals and taking prompt action, the amount of Rs 119 crore was returned to the concerned bank account
 
उत्तर प्रदेश डेस्क लखनऊ(आर एल पाण्डेय)। थाना साइबर क्राइम पुलिस टीम द्वारा ए0के0टी0यू0 की फर्जी मेल आईडी बनाकर मेल भेजने एवं ए०के०टी०यू० का फर्जी अथारिटी लेटर व केवाईसी प्रपत्र देकर आधिकारिक संचालनकर्ता बनकर ए0के0टी0यू0 के नाम से यूनियन बैंक में खाता खुलवाकर 120 करोड़ रूपये की धोखाधड़ी करने वाले 07 शातिर साइबर अपराधियो की गिरफ्तारी करते हुये त्वरित कार्यवाही करते हुये 119 करोड़ रूपये की धनराशि सम्बन्धित बैंक के खाते में वापस कराया गया।


पुलिस उपायुक्त पूर्वी प्रबल प्रताप सिंह ने बताया कि दिनाँक 12.06.2024 को वादी बैंक प्रबंधक अनुज कुमार सक्सेना द्वारा सूचना दी गयी कि यूनियन बैंक की शाखा से 100 करोड या उससे ऊपर की FD के लिए आफर लेटर लेकर ए०के०टी०यू० से सम्पर्क करके ए०के०टी०यू० के खाते से बैंक के खाते में 120 करोड जमा करवाकर बैंक व ए0के0टी0यू0 की फर्जी मेल आईडी बनाकर मेल भेजने एवं ए०के०टी०यू० का फर्जी अथारिटी लेटर व केवाईसी प्रपत्र देकर साइबर अपराधी द्वारा खुद को आधिकारिक संचालनकर्ता बनाकर

ए०के०टी०यू० के नाम से बैंक खाता खुलवाकर चेक लेकर RTGS आदि के माध्यम से धनराशि स्थानान्तरित करवाकर 120 करोड़ रूपये की ठगी कर ली गयी। जिस पर थाना स्थानीय पर अपराध संख्या 87/2024 धारा 419/420/467/468/471/120 बी भा०द०वि० व 66 डी आईटी एक्ट पंजीकृत हुआ। उक्त अभियोग के अनावरण हेतु पुलिस आयुक्त लखनऊ,  संयुक्त पुलिस आयुक्त अपराध एवं मुख्यालय लखनऊ के निर्देशन में पुलिस उपायुक्त (पूर्वी), अपर पुलिस उपायुक्त (पूर्वी), सहायक पुलिस आयुक्त गोमतीनगर के कुशल पर्यवेक्षण में साइबर क्राइम थाना लखनऊ प्रभारी निरीक्षक बृजेश कुमार यादव के नेतृत्व में अभियुक्तो की गिरफ़्तारी एवं घटना के खुलासे हेतु टीम गठित की गयी।

प्रभारी निरीक्षक बृजेश कुमार यादव के नेतृत्व में उनकी टीम द्वारा उच्च अधिकारीगण के निर्देशन पर सूचना तंत्र सक्रिय कर तकनीकी संसाधनों का प्रयोग कर अभियुक्तगणो को जनपद सूरत, अहमदाबाद, एवं लखनऊ से 07 नफर अभियुक्त गिरफ्तार कर थाना साइबर क्राइम लखनऊ में दिनाँक 17.06.2024 को दाखिल किया गया। दौराने विवेचना प्रकाश में आये बैंक खाते जिनमें अभियुक्तो द्वारा उपरोक्त धनराशि स्थानान्तरित की गयी थी तत्परता दिखाते हुये उन खातो को फ्रीज कराया गया एवं 119 करोड़ रूपये की धनराशि सम्बन्धित यूनियन बैंक के खाते में वापस करायी गयी।

अपराध करने का तरीका बताते हुए डीसीपी ईस्ट प्रबल प्रताप सिंह ने कहा कि साइबर अपराधियो द्वारा यूनियन बैंक के ब्रान्च मैनेजर का फर्जी विजिटिंग कार्ड व फर्जी मेल आईडी ubin0803448@unionbanks.co.in बनाकर अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी की मेल आईडी fo@aktu.ac.in एवं AKTU की फर्जी मेल आईडी fo@aktufinance.in बनाकर बैंक की मेल आईडी ubin0803448@unionbankofindia.bank पर मेल भेजकर एकेटीयू जानकीपुरम लखनऊ के सरकारी फण्ड का एफ०डी कराने के नाम पर फर्जी व कूटरचित दस्तावेज तैयार करते हुये यूनियन बैंक शाखा विधानसभा मार्ग हजरतगंज लखनऊ में एफडी एकाउन्ट ओपन कराकर एकेटीयू के फण्ड को उपरोक्त बैंक के पूल एकाउण्ट में 120 करोड़ रूपये की धनराशि स्थानान्तरित करा ली गयी, जिसमें से अभियुक्तो द्वारा आरटीजीएस के माध्यम से 100 करोड़ की धनराशि अन्य खातो में स्थानान्तरित कर ली गयी।