श्री चित्रगुप्त सभी वर्गों और समुदायों के आराध्य : आनंद वीर
इस अवसर पर चित्रगुप्त भगवान की पूजा-पाठ के साथ साथ कागज और लेखनी की पूजा कर समाज में प्रेम सौहार्द एवं समरसता की कामना की गई।इस मौके पर आनंद वीर श्रीवास्तव ने कहा कि श्री चित्रगुप्त सभी वर्गों और समुदायों के आराध्य देव हैं।उन्होंने बताया कि सृष्टि के आरंभ से लेकर आज तक अनवरत रूप से हर वर्ष भगवान चित्रगुप्त की पूजा अर्चना की जाती है।सृष्टि के न्यायाधीश कर्माधिकारी, लेखनी के प्रणेता सभी जीवो के चित्त में गुप्त रूप से विराजित रह कर उनके कर्मों का लेखन करने वाले महाप्रभु चित्रगुप्त भगवान के लेखनी कलम दवात पूजन की ढेरो शुभकामनाएं।
भाजपा नेता नीरज श्रीवास्तव ने कहा कि भगवान चित्रगुप्त के बिना सृष्टि का संचालन असंभव है। भगवान चित्रगुप्त सभी जाति धर्म के लोगों के सभी प्रकार के अच्छे बुरे सभी कर्मों का लेखा जोखा कर उसे उसका फल निर्धारित करते हैं। उन्होंने कहा कि चित्रगुप्त पूजा के माध्यम से कायस्थ परिवारों द्वारा विशेष रुप से कलम दवात की पूजा की जाती है। उन्होंने कहा कि देश के स्वतंत्रता आंदोलन एवं देश के विकास में कायस्थ परिवारों की सदैव अग्रणी भूमिका रही है।
हरिद्वार के सत्यम श्रीवास्तव ने कहा कि भगवान चित्रगुप्त सभी जाति धर्म के देवता हैं।लेकिन इनकी पूजा सिर्फ कायस्थ जाति के लोग ही करते हैं।आज के दिन इनकी पूजा आराधना करने से ज्ञान की प्राप्ति होती है।
आयोजक सत्येंद्र श्रीवास्तव ने आये हुए सभी अभ्यागतों का आभार व्यक्त किया।इस अवसर पर अम्बरीष कुमार सक्सेना, अभिषेक श्रीवास्तव, सत्यम ,राजू,आकाश,अवी एवं शिव सत्संग मण्डल के अध्यक्ष आचार्य अशोक आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।