इंटीग्रल यूनिवर्सिटी में IDE बूटकैम्प का सफल समापन
23 सितंबर 2024 को शुरू हुए इस बूटकैम्प का डिजिटल उद्घाटन प्रो. टी. जी. सिथाराम, अध्यक्ष, AICTE, द्वारा किया गया। पहले दिन के मुख्य अतिथि डॉ. डी. के. श्रीवास्तव, निदेशक, काउंसिल ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, उत्तर प्रदेश सरकार और विशिष्ट अतिथि प्रो. आलोक धवन, निदेशक, सेंटर ऑफ बायोमेडिकल रिसर्च (CBMR), उत्तर प्रदेश सरकार, ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। इस दिन डिज़ाइन थिंकिंग, कस्टमर डिस्कवरी मॉडल और स्टार्टअप प्रदर्शनी पर विशेष सत्र आयोजित किए गए।दूसरे दिन के सत्र में यूनीक वैल्यू प्रपोज़िशन, लीन कैनवस ओवरव्यू और उद्यमिता के अवसरों और चुनौतियों पर चर्चा की गई। तीसरे दिन विशेषज्ञों ने ग्राहक विभाजन, राजस्व मॉडल और सतत लाभप्रदता जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विचार साझा किया, जबकि चौथे दिन प्रोडक्ट डिज़ाइन, उपयोगकर्ता अनुभव और पिच प्रस्तुति पर सत्र आयोजित किए गए।
अंतिम दिन पिचिंग प्रतियोगिता का आयोजन हुआ, जिसमें 85 टीमों ने भाग लिया। प्रतिभागियों ने अपनी दृष्टि, वैल्यू प्रपोज़िशन और संभावित प्रभाव को प्रस्तुत किया। निर्णायकों ने सृजनात्मकता, व्यवहार्यता और बाज़ार क्षमता के आधार पर टीमों का मूल्यांकन किया।
समापन सत्र के दौरान, इंटीग्रल यूनिवर्सिटी के प्रो-चांसलर, डॉ. सैयद नदीम अख्तर, ने प्रतिभागियों को बधाई दी और विश्वविद्यालय की नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता पर जोर दिया। इस अवसर के मुख्य अतिथि, प्रो. एन. बी. सिंह, कुलपति, ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय, लखनऊ, ने अपने प्रेरक भाषण में शिक्षा और उद्यमिता के महत्व पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम की शुरुआत इंटीग्रल यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार प्रो. मोहम्मद हारिस सिद्दीकी के स्वागत भाषण से हुई। इंटीग्रल स्टार्टअप्स फाउंडेशन (ISF), इन्क्यूबेशन सेंटर, इंटीग्रल यूनिवर्सिटी, उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त, की निदेशक डॉ. निदा फातिमा ने पाँच दिवसीय बूटकैम्प की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की, जिसमें उन्होंने फाउंडेशन की उपलब्धियों और भविष्य की योजनाओं को रेखांकित किया। उन्होंने प्रतिभागियों द्वारा किए गए विभिन्न व्यावहारिक गतिविधियों को भी रेखांकित किया। सम्मानित अतिथि श्री रवि किशोर, उप महाप्रबंधक, SIDBI, ने नवाचार और स्टार्टअप के समर्थन पर अपने विचार प्रस्तुत किए।
शिक्षा मंत्रालय के इनोवेशन सेल से श्री गोपाल शर्मा और AICTE के इंडोवेशन मैनेजर श्री मदन मोहन शरण सिंह, विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे और शैक्षिक उन्नति और नवाचार पर चर्चा की।कार्यक्रम का समापन अतिथियों, पैनलिस्टों, मेंटर्स और मास्टर ट्रेनर्स को स्मृति चिन्ह भेंट करके किया गया। पहला स्थान "आइडिया क्रिएटर्स", दूसरा स्थान "क्रीमी माज़ा" और तीसरा स्थान "वायु मेड" ने हासिल किया। विजेता टीमों को ट्रॉफी और प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया।मुख्य उद्यमिता समन्वयक, डॉ. नेहा मुमताज़ ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। इंटीग्रल यूनिवर्सिटी देशभर के नौ संस्थानों में से एक है, जहाँ इस प्रतिष्ठित बूटकैम्प का आयोजन किया गया। इस बूटकैम्प में देशभर से 350 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया, जिनके साथ 33 मेंटर्स ने उनके उद्यमिता सफर में मार्गदर्शन किया।यह कार्यक्रम युवाओं में नवाचार और उद्यमिता के क्षेत्र में नई संभावनाओं को जन्म देने और उन्हें स्वावलंबी बनने की दिशा में प्रेरित करने में सफल रहा।