प्रभु श्री राम के आदर्शों को जन-जन तक और घर-घर तक पहुंचाना उद्देश्य 

Objective: To spread the ideals of Lord Shri Ram to every person and every home.
 
शाहजहांपुर। अंतरराष्ट्रीय रामायण एवं वैदिक शोध संस्थान संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश के द्वारा विनोबा सेवा आश्रम बरतारा के त्रिमाता प्रेक्षागृह में तीन दिवसीय "रामायण नाट्य उत्सव" समापन दिवस पर चित्राली थिएटर फाउंडेशन सोसाइटी के कलाकारों द्वारा सीता हरण की लीला का प्रभावशाली मंचन किया गया।

रामायण नाट्य उत्सव का सफल आयोजन किया

मुख्य अतिथि सांसद अरुण कुमार सागर, ब्लॉक प्रमुख भावल खेड़ा राजाराम वर्मा, जैतीपुर ब्लॉक प्रमुख पति राजीव कश्यप व संचालक कवि डॉ इन्दु अजनबी का रामायण नाट्य उत्सव समन्वयक कप्तान सिंह कर्णधार व सलोचना कार्की ने अंग वस्त्र पहनाकर अभिनन्दन किया।

इस मौके पर मुख्य अतिथि सांसद अरुण कुमार सागर ने कहा "अंतर्राष्ट्रीय रामायण एवं वैदिक शोध संस्थान संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश का रामायण नाट्य उत्सव प्रभु श्री राम के आदर्शों को जन-जन तक और घर-घर तक पहुंचाने के उद्देश्य में सफल हो रहा है। मैं साधुवाद देता हूं अंतर्राष्ट्रीय रामायण एवं वैदिक शोध संस्थान के निदेशक डॉक्टर लव कुश द्विवेदी, उत्सव कोऑर्डिनेटर रमेश चंद्र व कप्तान कर्णधार को जिन्होंने इस रामायण नाट्य उत्सव का सफल आयोजन किया।


अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर भारत रामायण नाट्य उत्सव का शुभारंभ किया। सीता हरण लीला में कलाकारों ने दिखाया कि लक्ष्मण द्वारा सूपर्णखा की नाक काटने से लेकर भगवान राम द्वारा मारीच का वध, सीता हरण और जटायु रावण के युद्ध तक की लीला का मंचन किया। रावण की बहन सूपर्णखा भगवान राम और लक्ष्मण के पास वन में पहुंच जाती हैं। वहां सूपर्णखा ने भगवान राम के छोटे भाई लक्ष्मण से शादी करने का प्रस्ताव रखा। लेकिन लक्ष्मण ने अपने धनुष बाण से सूपर्णखा की नाक काट डाली। इसके बाद सूपर्णखा अपने भाई रावण के पास जाती है और वहां एक तपस्वी द्वारा नाक काटे जाने के विषय में अपने भाई को बताती है। इसको सुनकर रावण ने कहा कि उन तपस्वी की इतनी हिम्मत जिन्होंने मेरी बहन की नाक काट डाली। इसके बाद रावण और जटायु के बीच युद्ध हुआ। सीता हरण की लीला को देखकर दर्शक मुग्ध हो उठे।

कार्यक्रम समापन पर रमेश भैया व विमला बहन जी ने अतिथियों को श्रीमद् भागवत पुस्तक भेंट की तथा मुख्य अतिथि सांसद अरुण कुमार सागर, ब्लॉक प्रमुख राजाराम वर्मा व राजीव कश्यप ने कलाकारों को प्रमाण पत्र वितरण कर कार्यक्रम का समापन किया।
रामायण नाटक उत्सव का संचालन कवि डॉ इन्दु अजनबी ने किया ।मंचन के कलाकारों में लंकेश की भूमिका में संजय सक्सेना सहित आयुष, दीपा, अमित देव, मो फाजिल, संजीव राठौर, नौशाद, श्यामवीर, सचिन शर्मा, दिनेश सक्सेना, आयुष, विनीत यादव, मनोज, अभिनय, रानी, शिल्पा, आकांक्षा, हरि ओम, राम अवतार, रागिनी, अनुराग, अभिनव आदि ने अपने पात्रों के साथ पूरा न्याय कर खूब तालियां बटोरीं। अन्त में विनोबा सेवा आश्रम के संस्थापक रमेश भइया ने सभी के प्रति आभार ज्ञापित किया।

 ( ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय )