हरिजन सेवक संघ के अध्यक्ष डा. शंकर कुमार सान्याल की अध्यक्ष्ता में गांधी आश्रम दिल्ली में आयोजित हुई केन्द्रीय परिषद
महात्मा गांधाी की विराट प्रतिमा, ठक्कर बापा की सौम्य प्रतिमा, बाबा विनोबा की नम्र प्रतिमा तथा कस्तुरबा मां का अद्भुत संग्रहालय तथा बा से युक्त परिसर को गांधी आश्रम के नाम से जाना जाता है। क्योंकि इस वृहत परिसर में गांधी के जीवन के 180 दिन यहां बीते हैं उनके साथ उस समय के तमाम स्वतंत्रता के लिए अनगिनत दीवाने लोगों का प्रवास यहां हुआ।
हरिजन सेवक संघ के प्रथम अध्यक्ष श्री घनश्याम दास बिड़ला और सचिव के रूप में सेवा के प्रतीक ठक्कर बापा ने दायित्व संभाला था। उसके बाद माता रामेश्वरी नेहरू, वियोगी हरि, दीदी निर्मला देशपांडे और वर्तमान में राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद पर दादा डा. शंकर कुमार सान्याल जी गत 11 वर्षों से आसीन हैं। हालांकि वे साढ़े चार दशक पहले एडवोकेट होकर ही हरिजन सेवा के कार्य से जुड़ गये थे। बंगाल राज्य के राज्य सचिव, राज्य अध्यक्ष, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और वर्तमान में राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में हैं। वैसे तो प्रतिवर्ष समय समय पर कार्य समिति, केंद्रीय परिषद आदि के बैठके होती ही रही हैं। लेकिन मेरा आंशिक समय बैठक में जुड़ता था। इस बार सभी बैठकों में अनायास रहना हुआ। 27 जून को पूर्वान्ह 11 बजे गांधी जी, टैगोर जी के विशाल चित्र पर सभी ने पुष्पांजलि अर्पित कर विनोबा जी की नाम माला एवं प्रार्थना से शुरुआत हुई।
देश भर के सर्वाेदय जगत के जो लोग इस बीच में भगवान के प्यारे हो गए। उनमें प्रमुख पवनार आश्रम की रम्मू ताई, गीता दीदी, कर्नाटक की चन्नम्मा बहन, प्रस्थान आश्रम पठानकोट की सुमति मित्तल, साबरमती आश्रम अहमदाबाद के अमृत भाई मोदी, आदि को सभी ने श्रद्धांजलि दी।राष्ट्रीय अध्यक्ष डा शंकर कुमार सान्याल जो राष्ट्रीय प्राकृतिक चिकित्सा परिषद के भी अध्यक्ष हैं उन्होंने देष भर के आये गांधी विनोबा परिवार के साथियों का स्वागत करते हुए कहा कि आप सब हरिजन सेवक संघ के माध्यम से जो काम अपने अपने राज्य में कर रहे हैं। वह सब अत्यन्त सराहनीय है हमारा देष भर में जाना होता है। हमें बा-बापू-बाबा के कार्यों का दर्षन आप सब के माध्यम से होता है। हरिजन सेवक संघ आप सबका घर है। यहां प्राकृतिक चिकित्सा का भी कार्य बढ़े इसका प्रयास करेंगे।
उपाध्यक्ष श्री लक्ष्मी दास, जो खादी ग्रामोद्योग आयोग भारत सरकार के अध्यक्ष रहे है, उन्होंने कहा कि हरिजन सेवक संघ अपने कार्य को तो कर ही रहा है दिल्ली परिसर में किसी संस्था द्वारा खादी का काम भी जीवन्त किया जाये ताकि खादी का दर्षन यहां सबको हो सके। संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पूर्व सांसद श्री नरेश यादव ने कहा कि हम बिहार के कुरसेला जिले में गांधी घर का संचालन देख रहे हैं यहां दिल्ली में गांधी जी के जीवन पर आधारित अनेक कार्यों को बढाये जाने की जरूरत है तभी नई पीडी बा-बापू के जीवन से सीख ले सकेगी। सचिव श्रीमती उर्मिला श्रीवास्तव ने आवाहन किया कि संघ द्वारा बच्चों के विद्यालय और छात्रावास संचालित हो रहे हैं वे अत्यन्त गुणवत्ता के साथ चल ही रहे हैं उनमें और सुधार कर एक उदाहरण प्रस्तुत कर सकें। सचिव श्री संजय राय ने कहा कि देष का भविष्य युवा वर्ग है आदरणीय एस.एन. सुब्बाराव भाई जी ने इस परिसर में युवाओं का जो षिविर किया था। वह सुगांध इस परिसर में आ रही है। हम यहां से बा-बापू-बाबा और दीदी जैसे महापुरूषों के विचार से अभिमंत्रित ऊर्जावान युवा तैयार कर सकते हैं जो देष को नई दिषा देंगें।
गुजरात हरिजन सेवक संघ के अध्यक्ष श्री जयेश भाई ने कहा कि हमारा 10 वर्ष की छोटी उम्र में पिता श्री ईष्वर भाई पटेल के साथ आना हुआ जीवन लाल भाई के दर्षन हुए तो वैसा ही जीवन बनाने का संकल्प मन में हो गया और आज तक वही सफाई विद्यालय देष का सर्वोत्तम विद्यालय बने इसी प्रयास में लगा हुं। जयेष भाई ने सावरमती आश्रम अहमदावाद में जो नवनिर्माण हो रहा है उसके सभी को दर्षन कराये। सचिव डा राजेंद्र खिमाणी जो कुलपति लोक भारती विद्यापीठ गुजरात हैं, उन्होंने दिल्ली के इस वृहत परिसर में गांधी की षिक्षा का अनूठा दर्षन कराने का प्रसताव रख्खा।
सुघड़ आश्रम की प्रिया मौर्य ने बच्चों के स्कुल में गीत की पुस्तक उपलब्ध कराने का आष्वासन दिया। कार्य समिति के सदस्य पूर्व सांसद श्री राजू भाई परमार ने अनुसूचित एवं जनजाति के कल्याण का कार्य हरिजन सेवक संघ गत् 92 वर्ष से कर रहा है। महाराष्ट्र अध्यक्ष श्री मोहन जोशी ने बताया कि धुलिया में जो बच्चो का आश्रम है उसको भीमराव अम्बेडकर जी ने भी अपनी भेंट दी है, सचिव प्रतिनिधि कृष्णा सिरसठ ने बताया कि 100 दिव्यांगों को बैटरीचालित ट्राईसाइकिल अभी प्रदान की हैं। उत्तर प्रदेश की अध्यक्ष सुश्री कुसुम जोहरी उपाध्यक्ष डा अशोक शुक्ला ने कहा कि प्रदेष में बा-बापू के अनेक कार्य हमारे मित्रों द्वारा किये जा रहे हैं जिन पर हमें गर्व हैं। हरियाणा अध्यक्ष स्वामी शंकरानंद सचिव श्री दयाल सिंह ने कहा हरियाणा प्रदेष एक वृृहत सम्मेलन आयोजित करेगा। तेलंगाना अध्यक्ष श्री जयपाल जी जो सरकारी अधिकारी थे उन्होने कहा कि संघ का कार्य बढाने हेतु हमारा पूरा समय लगेगा। केरल के अध्यक्ष श्री गोपाल नायर जिन्होंने अपनी सेवा समाप्ति पर प्राप्त धनराषि 18 लाख हरिजन सेवक संघ को प्रदान कर एक उदाहरण स्थापित किया है। सचिव डा जैकब निरंतर प्राकृतिक चिकित्सा को गति देने में कार्यरत हैं।
आंध्र प्रदेश अध्याक्ष बाजी चेनुपति विद्या विजयवाड़ा ने बताया कि महिलाओं के कल्याण के लिए संघ बडा कार्य कर रहा है। उड़ीसा की डा अरुंधति देवी ने राष्ट्रीय अध्याक्ष डा. शंकर कुमार सान्याल को अंगवस्त्र पहनाया। सर्व सेवा संघ परिवार से जुडे आदरणीय डा आदित्य पटनायक जो केन्द्रीय परिषद के सद्स्य है उन्होंने भी युवाओं को जोड़ने पर बल दिया। आई.ए.एस. रहीं जयवन्ती ष्योकन्द और श्री श्याम सूरी जी जो कस्तूरबा बालिका विद्यालय के प्रबंधक हैं उन्होंने अनेक अच्छे सुझाव दिये।
बिहार अध्यक्ष श्री रामकुमार मंडल ने पटना में ऐतिहासिक सम्मेलन करने का संकल्प दोहराया। मध्यप्रदेश अध्यक्ष श्री राजेंद्र राधाकृष्ण मालवीय ने माध्यप्रदेष में संचालित 40 विद्यालयों की भरण-पोषण राषि गत् 5 वर्ष से अवमुक्त न करने की पीड़ा व्यक्त की। हिमाचल प्रदेश अध्यक्ष बबन भाई जी ने अध्यक्ष जी को हिमाचली टोपी पहनाकर स्वागत किया। तमिलनाडु अध्यक्ष पी मारुति ने हरिजन सेवक संघ के द्वारा विद्यालय, होसटल, प्रषिक्षण केन्द्र का निम्राण लोगों में दान देने की प्रेरणा जागृत कर बडा काम किया। सचिव श्रीनिवासन ने मदुराई विद्यालय का जिक्र किया जिसमें पढ़ कर श्री के.आर.नारायणन भारत के राष्ट्रपति बनें जो गौरव की बात है। असम अध्यक्ष श्री विष्णु प्रसाद ने कहा कि असम में शीघ्र अच्छा कार्यक्रम होगा। कर्नाटक राज्य की अध्यक्ष श्रीमती प्रेमा करियप्पा पूर्व अध्यक्ष केन्द्रीय समाज कल्याण ब्रोर्ड ने अपने राज्य की रिर्पोट रखी।
केन्द्रीय परिषद के सदस्य फादरटैरेसा डा. सुधीर भाई गोयल सेवाधाम उज्जैन के अध्यक्ष श्री ऋषि कुमार भटनागर ने अगली केन्द्रीय परिषद अपने आश्रम में करने का निमंत्रण दिया। गांधी जी के द्वारा स्थापित गुजरात विद्यापीठ अहमदावाद के कुलपति डा. हर्षद पटेल ने कहा कि गुजरात विद्यापीठ हरिजन सेवक संघ के साथ मिलकर काम करेगा। दिल्ली प्रदेष के अध्यक्ष तथा अखिल भारत रचनात्मक समाज के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष श्री श्रीभगवान शर्मा ने बताया कि दिल्ली राज्य प्रति वर्ष अनेक कार्यक्रम केन्द्रीय कार्यालय से जुड कर करता रहा है। इस वर्ष राज्य में दीदी के काम को बढाने के लिए अलग से सम्मेलन करने की योजना बनायी है। बॅाम्बे के अध्यक्ष श्री देवराज सिंह ने बताया कि हम बम्बई जैसे नगर में मजदूरों पर कोई अन्याय न हो उसका काम करते हैं। काशी विद्यापीठ के डा संजय कुमार, ईश्वर शरण आश्रम प्रयागराज के डा आनंद शंकर सिंह, गांधी स्मारक निधि संग्रहालय के निदेशक आदरणीय अन्नामलाई जी कस्तुरबा संग्रहालय की प्रमुख हिना चक्रवर्ती, आदि ने अपने अपने विचार प्रस्तुत किये ।
श्री उमेशनाथ महाराज नवनिर्वाचित सदस्य राज्यसभा का स्वागत उज्जैन में जिनका बडा आश्रम है देष में बाल्मीकि जमात के कल्याण के लिए संघ्रासरत उमेषनाथ महाराज को भारत सरकार ने राज्यसभा सदस्य के रूप में नामित किया है, आज उन्होंने राज सभा में सपथ लीं और सुधीर भाई गोयल के सौजन्य से हरिजन सेवक संघ के परिवार का आतिथ्य स्वीकार किया उन्होंने पूर्व अध्यक्ष राधा कृष्णन मालवीय से भी अपना नाता जोडा तथा इसी स्थान पर आना सौभाग्य माना।
कार्यसमिति के सदस्य पूर्व सांसद श्री राजूभाई परमार का जन्मदिन मना गत् दो दषक से हरिजन सेवक संघ परिवार से जुडे़ पूर्व सदस्य अनुसूचित जाति एवं जनजाति आयोग तथा राज्यसभा के पूर्व सांसद श्री राजूभाई परमार के जन्मदिन की सूचना श्री जयेष भाई पटेल ने दी सभी ने उनको शुभकामनायें देकर मुंह मीठा किया।
हरिजन सेवक संघ एवं दिल्ली अध्यापन विष्वविद्यालय में अनुबंधहरिजन सेवक संघ परिवार से उपाध्यक्ष लक्ष्मीदास जी के माध्यम से जुड़े लेखक श्री नित्यानंद तिवारी के माध्यम से दिल्ली अध्यापन विष्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर धनंजय जोषी अपनी बडी टीम के साथ पधारे तथा अहिंषा का पाठ्यक्रम चलाने का अनुबंध हरिजन सेवक संघ के राष्ट्रीय परिवार के साथ किया।सुन्दर आयोजन हेतु हरिजन सेवक संघ परिवार को बधाईविनोबा विचार प्रवाह परिवार के सूत्रधार रमेष भईया ने बा-बापू-बाबा-दीदी तथा भाई जी जैसे काम करने वाले महापुरूषों के विचारों को गति देने के लिए इतना सुंदर कार्यक्रम आयोजित करने पर अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव तथा सोषल मीडिया प्रभारी श्री शंभू शाह, ठक्कर बापा स्कूल प्रबंधक डा निशा त्यागी, रसोई प्रबंधक राजूभाई उनकी टीम, लाइब्रेरी प्रभारी सत्या एवं टीम योगा परिवार तथा कार्यालय प्रभारी वबिता बहन, रोसम्मा बहन, राजाराम, मनोज भाई, आषूभाई, जयोत्सना मण्डल तथा अन्य सभी का बहुत बहुत आभार दिया गया।