वाणी: द पावर ऑफ वर्ड्स – कर्ा् साहित्य पव्

Vani: The Power of Words – Kar Sahitya Pub
 
नई दिल्ली : 10 जनवरी 2025 को दिल्ली के प्रतिष्ठिि कंस्टीट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया में, कमाा फाउंिेशन अपने बहुप्रिीक्षिि सादहष्ययक उयसव, 'वाणी: ि पावर ऑफ वर्डास' का आयोजन कर रहा है। यह अनूिा कायक्रा म सादहयय, कला, और ववचारों की शष्क्ि को उजागर करने का एक प्रमुख मंच होगा।

इस आयोजन में सादहयय एवं कला जगि से जुड़े गणमान्य व्यष्क्ियव, राजनेिा और प्रससद्ध ववचारक एकत्रिि होंगे, जो शब्िों की रचनायमकिा और उनके समाज पर पररविानशील प्रभाव पर संवाि करेंगे। कायाक्रम का उद्िेश्य शब्िों के माध्यम से समाज में बिलाव और समरसिा को बढ़ावा िेना है। काय्क्रर् की अवधि और आकर््ण यह महोयसव सुबह 11: 00 बजे से शाम 6:00 बजे िक चलेगा और इसमें पैनल चचााएं, कायाशालाएं, सांस्कृतिक प्रस्िुतियां और सादहष्ययक गतिववधधयां शासमल होंगी। प्रतिभाधगयों के सलए यह एक ऐसा अवसर होगा जहां वे ज्ञान, रचनायमकिा और मनोरंजन के मेल का अनुभव करेंगे। वाणी का दृष्टिकोण कमाा फाउं िेशन की संस्थापक, ध्वतन जैन ने इस कायक्रा म के महयव पर प्रकाश िालिे हुए कहा, 'शब्िों में बिलाव लाने की शष्क्ि होिी है। ये समाज में ववभाजन को समाप्ि कर एक नई आशा का संचार कर सकिे हैं।

‘वाणी: ि पावर ऑफ वर्डास’ का उद्िेश्य ववसभन्न िेिों के ववचारकों को एक मंच पर लाकर यह दिखाना है कक सादहयय एक समावेशी और जागरूक समाज बनाने में कै से मिि कर सकिा है। यह महोयसव शब्िों की उस शष्क्ि का उयसव है, जो साथाक बिलाव और संवाि को प्रेररि करिी है।' यह आयोजन कमाा फाउं िेशन के व्यापक समशन का दहस्सा है, जो समानिा, समावेसशिा और सशष्क्िकरण को बढ़ावा िेने के सलए प्रतिबद्ध है। 'वाणी' का उद्िेश्य संवाि और सांस्कृतिक आिान-प्रिान के माध्यम से व्यष्क्िगि और सामदूहक प्रगति को प्रेररि करना है। र्ुख्य अतिधि और प्रतिभागी इस महोयसव में हमारे मुख्य अतिधथयों की गररमामयी उपष्स्थति होगी, ष्जनमें सुश्री बंसुरी स्वराज, माननीय सांसि, और श्री कवपल खन्ना, अध्यि, ववश्व दहिं ूपररषि दिल्ली शासमल हैं।

सिों की शोभा बढ़ाने के सलए कई प्रतिष्ठिि हष्स्ियां उपष्स्थि होंगी, ष्जनमें िेश के सबसे युवा सांसि श्री पुठपेंद्र सरोज; िॉ. सष्चचिानंि जोशी, सिस्य सधचव, इंदिरा गांधी राठरीय कला कें द्र (IGNCA); अंब. अमरेन्द्र खटुआ, सुप्रससद्ध कवव, लेखक और वविेश मंिालय के पूवा सधचव; पद्मश्री पुरस्कार से सम्मातनि कथक गुरु श्रीमिी शोवना नारायण; श्री प्रिाप सोमवंशी, प्रबंध संपािक, दहिं स्ुिान दहंिी िैतनक; श्री मुकुल कुमार, कवव, उपन्यासकार और ससववल सेवक; प्रोफे सर त्रबजयालक्ष्मी नंिा, प्राचाया, समरांिा हाउस और प्रख्याि लेखखका; श्री समीर कुमार, संस्थापक, ष्क्लक इंडिया; िॉ. पंकज ससंह, जीएसटी आयुक्ि; और अमनिीप ससंह, राठरीय मीडिया प्रभारी, BJYM शासमल हैं।

इनके साथ, अन्य सम्मातनि व्यष्क्ियव भी कायाक्रम में भाग लेंगे, ष्जनमें श्रीमिी मालववका जोशी, िॉ. यश गुलाटी, आरजे महक अंकार, िॉ. स्विेश ससंह, िॉ. रोससलन पटसानी समश्रा, सुश्री वंिृा खन्ना, िॉ. आमना समजाा, श्री तनययानंि तिवारी, िॉ. मनीष चौधरी, िॉ. चारु कपूर, श्री अतनल पांिे, श्री दिलिार िेहलवी, सुश्री गुंजा कपूर, श्रीमिी वंिना जैन, श्रीमिी िुसलका ससंह, मेघा ययागी, गीतिका तिवारी, असभलाषा समश्रा, शैफाली सांगल, और िॉ. योधगिा शमाा शासमल हैं। कायक्र् र् की र्ुख्य ववशेर्िाएं महोयसव के िौरान कुछ महयवपूणा पुस्िकों का ववमोचन ककया जाएगा, जो रचनायमकिा, संवाि, और सलखखि शब्ि की शष्क्ि को बढ़ावा िेने की प्रतिबद्धिा को िशााएंगी।

साथ ही, भारि की समद्ृ ध सांस्कृतिक ववरासि को सम्मातनि करिे हुए आकषका प्रस्िुतियां होंगी, जो सादहयय और संस्कृति के गहरे संबंध को उजागर करेंगी। कमाा फाउं िेशन के बारे में कमाा फाउं िेशन एक गैर-लाभकारी संगिन है, जो सशिा, व्यावसातयक प्रसशिण और सिि आजीववका के माध्यम से व्यष्क्ियों को सशक्ि बनाने के सलए समवपाि है। G20 ससववल20 इंडिया 2023 जैसे महयवपूणा कायक्रा मों में अपनी भागीिारी के सलए जाना जाने वाला यह संगिन समानिा, समावेसशिा और सशष्क्िकरण को बढ़ावा िेने के सलए सिि प्रयासरि है।

आर्ंत्रण 'वाणी : ि पावर ऑफ वर्डास' सभी के सलए तनिःशुल्क है। सादहयय प्रेसमयों, बिलाव के समथाकों और रचनायमकिा के प्रति उयसाही सभी को इस अद्वविीय महोयसव में भाग लेने के सलए आमंत्रिि ककया जािा है। चाहे आप एक उयसाही पािक हों, एक उभरिे लेखक हों, या प्रेरणा की िलाश में हों, यह महोयसव सादहयय और ववचारों के समाज पर गहरे प्रभाव का अन्वेषण करने का एक आिशा मंच है। यह महोयसव न केवल सादहष्ययक कैलेंिर में एक महयवपूणा आयोजन के रूप में उभरेगा, बष्ल्क यह सादहयय, ववरासि और ववचारों के उयसव का सचचा प्रिीक बनेगा। कमाा फाउंिेशन द्वारा प्रस्िुि 'वाणी: ि पावर ऑफ वर्डास' में शासमल होकर शब्िों की अनमोल शष्क्ि को महसूस करें, जो ववचारों को आकार िेिी है और बिलाव की प्रेरणा बनिी है। आइए, सादहयय, संवाि और संस्कृति के इस अनूिे उयसव का दहस्सा बनें और शब्िों की ितुनया में नई संभावनाओं का स्वागि करें!