थर्ड जेंडर के लिये योग शिविर का आयोजन किया गया
कि यह समुदाय भी समाज का विशेष अंग है, योग द्वारा स्वास्थ्य की धारा से जोड़ने के लिये इस शिविर का आयोजन किया गया है। आगे डॉ यादव ने बताया कि भिन्न भिन्न रोगों से बचाव के लिए अलग अलग आसनों और प्राणायाम का अभ्यास कराया गया। स्ट्रेस के प्रबंधन के लिए वीरासन, बालासन, त्रिकोणासन, पश्चिमोतासन के साथ अनुलोम विलोम प्राणायाम का अभ्यास कराया गया।मधुमेह के बचाव के लिए कटिचक्रासन, पादहस्तासन, भुजंगासन, धनुरासन ,
मत्स्यासन, मयूरासन, अर्धमत्स्येन्द्रासन श्वसन तथा प्राणायाम में कपालभाति प्राणायाम का अभ्यास कराया गया। पेट की बीमारियों के बचाव लिए ताड़ासन, तिर्यक ताड़ासन, भुजंगासन, तिर्यक भुजंगासन का अभ्यास कराया गया। फेफड़ों के रोगों के बचाव के लिए उष्ट्रासन, गौमुखासन तथा भस्त्रिका प्राणायाम का अभ्यास कराया गया एवं उचित खानपान का सेवन करने तथा व्यवस्थित जीवन शैली अपनाने की सलाह भी दी गई।इस अवसर पर योग प्रशिक्षक डॉ राम किशोर, डॉ राम नरेश, शिक्षक शोभित सिंह के अतरिक्त छात्र छात्रा उपस्थित रहे।