चिड़ियाघर में राजकीय पक्षी सारस के संरक्षण की थीम पर मना वन्य जीव सप्ताह

Wildlife week celebrated in the zoo on the theme of conservation of the state bird Sarus crane-
 
लखनऊ डेस्क (आर एल पाण्डेय).चिड़ियाघर बच्चों के साथ बड़ों के लिये आज भी आकर्षण का प्रमुख केन्द्र है। चिड़ियाघर आज भी लोगों को वन्यजीवों और अपने पर्यावरण के प्रति अपने क्रिया-कलापों से निरन्तर जागरूक कर रहा है। दिनांक दो अक्टूर से आठ अक्टूबर तक चले वन्यजीव सप्ताह में लखनऊ प्राणि उद्यान में बहुत बड़ी संख्या में आम दर्शकों के साथ स्कूली बच्चों ने भ्रमण किया।

ज ूप्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि इस बार सारस संरक्षण की थीम पर पूरे सप्ताह विभिन्न प्रतियोगियों का आयोजन किया गया। जिसमें वन्यजीवों, पर्यावरण और राजकीय पक्षी सारस संरक्षण के प्रति जागरूक करने हेतु क्विज, फैंसी ड्रस, मेंहदी, रंगोंली, नुक्कड़ नाटक, क्ले मॉडल औरीगेमी, फेस पेण्टिग, पोस्टर मेंकिग, स्लोगन आदि प्रतियोगितायें आयोजित की गयी। करीब एक सौ से अधिक स्कूलों के करीब दो हजार से अधिक बच्चों ने उत्साहपूर्वक प्रतिभाग किया। वही लगभग दस हजार से अधिक स्ेकूली बच्चों ने चिड़ियाघर का भ्रमण किया। सफेद बाघ, दरियाई घोड़ा और डक पॉन्ड बच्चों के आकर्षण का केंद्र रहा। वन्य जीव सप्ताह के दौरान बारह बर्ष तक के सभी बच्चों का प्रवेश नि‘शुल्क था। जिससे चिड़ियाघर बच्चों से गुलजार रहा।

चिड़ियाघर के शिक्षा अधिकारी अभिषेक दुबे ने जानकारी देते हुये बताया कि विगत कई वर्षा की तुलतना में बच्चों में वन्यजीव सप्ताह की लोकप्रियता बढ़ी है। प्रतियोगिताओं में राजधानी के विभिन्न् स्कूलों भाग लिया जिसमें टी0डी0 गल्स कालेज 26 पुरस्कार प्राप्त कर प्रथम स्थान पर रहा। वन्यजीव सप्ताह के समापन समारोह में निदेशक अदिति शर्मा ने उपस्थित अन्य अतिथियों के साथ प्रतिभागियों सहित वालिन्टरर्स व अन्य चिड़ियाघर प्रशासन के कर्मचारियों को सम्मानित किया। वही सूत्रों ने बताया कि प्रतियोगिताओं में बच्चों की अप्रत्याशित भीड़ के चलते कई परेशानियों का सामना करना पड़ा। कही-कही इंतजाम नाकाफी साबित हुये। जिसके चलते काफी प्रतिभागियों को वापस भी जाना पड़ा।