एमओसी और टीओपीएस के माध्यम से एथलीटों को दिया जाएगा समर्थन

नई दिल्ली, 10 जनवरी (आईएएनएस)। ऐस राइडर फौआद मिर्जा, गोल्फर अनिर्बान लाहिरी, अदिति अशोक, दीक्षा डागर और अल्पाइन स्कीयर मोहम्मद आरिफ खान समेत 10 एथलीटों को युवा मामले और खेल मंत्रालय के मिशन ओलंपिक सेल (एमओसी) और ओलंपिक पोडियम योजना (टीओपीएस) के माध्यम से लक्ष्य के लिए समर्थन प्रदान किया जाएगा।
 
नई दिल्ली, 10 जनवरी (आईएएनएस)। ऐस राइडर फौआद मिर्जा, गोल्फर अनिर्बान लाहिरी, अदिति अशोक, दीक्षा डागर और अल्पाइन स्कीयर मोहम्मद आरिफ खान समेत 10 एथलीटों को युवा मामले और खेल मंत्रालय के मिशन ओलंपिक सेल (एमओसी) और ओलंपिक पोडियम योजना (टीओपीएस) के माध्यम से लक्ष्य के लिए समर्थन प्रदान किया जाएगा।

इन पांच एथलीटों को कोर ग्रुप में शामिल किया गया है। वहीं गोल्फर शुभंकर शर्मा और तवेसा मलिक और जुडोकस यश घंगास, उन्नति शर्मा और लिंथोई चनंबम को विकास समूह में जोड़ा गया है। इन अतिरिक्त एथलीटों की संख्या टीओपीएस के तहत 301 हो गई है, जिसमें कोर ग्रुप में 107 शामिल हैं।

मंत्रालय प्राथमिक रूप से प्रत्येक राष्ट्रीय खेल संघ के प्रशिक्षण और प्रतियोगिता (एसीटीसी) के वार्षिक कैलेंडर के तहत विशिष्ट एथलीटों का समर्थन करेगा। टीओपीसी के तहत उन क्षेत्रों में एथलीटों को अनुकूलित सहायता प्रदान किया जाएगा, जो एसीटीसी के अंतर्गत नहीं आते हैं।

जम्मू-कश्मीर के गुलमर्ग के रहने वाले मोहम्मद आरिफ खान हाल ही में अगले महीने बीजिंग में होने वाले शीतकालीन ओलंपिक खेलों 2022 के लिए क्वालीफाई करने वाले पहले भारतीय अल्पाइन स्कीयर बने हैं। एमओसी ने यूरोप में पांच सप्ताह के प्रशिक्षण और उपकरणों की खरीद के लिए 17.46 लाख रुपये की मंजूरी दी।

राइडिंग सिग्नूर मेडिकॉट फौआद मिर्जा ने जकार्ता में 2018 एशियाई खेलों में इवेंटिंग व्यक्तिगत रजत पदक जीता और पिछले साल टोक्यो में ओलंपिक खेलों में 23वें स्थान पर रहे। जर्मनी में स्थित, वह वर्तमान में दुनिया में 87वें स्थान पर है।

बेंगलुरू की रहने वाली 23 वर्षीय अदिति अशोक ने पूरे प्रतियोगिता में पदक की दौड़ में रहने के बाद टोक्यो 2020 में देश का ध्यान अपनी ओर खींचा था।

जबकि, 21 वर्षीय बाएं हाथ की दीक्षा डागर, जो हरियाणा के झज्जर की रहने वाली हैं और 2017 ग्रीष्मकालीन डेफिलाम्पिक्स में रजत पदक विजेता हैं। पिछले साल ओलंपिक खेलों में 50वें स्थान पर रहीं थीं।

--आईएएनएस

आरजे/आरजेएस