भूस्खलन की चपेट में आई ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल परियोजना के टनल की सेफ्टी दीवार

चमोली, 2 अगस्त (आईएएनएस)। ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेलवे परियोजना के निर्माण में कई अनियमितताएं बरती जा रही हैं, जो बड़ी-बड़ी दुर्घटनाओं को दावत दे रही हैं। मंगलवार को ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेलवे परियोजना के तहत बनाई गई निमार्णाधीन टनल की सेफ्टी दीवार ही भूस्खलन की चपेट में आने से ढह गई।
 
चमोली, 2 अगस्त (आईएएनएस)। ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेलवे परियोजना के निर्माण में कई अनियमितताएं बरती जा रही हैं, जो बड़ी-बड़ी दुर्घटनाओं को दावत दे रही हैं। मंगलवार को ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेलवे परियोजना के तहत बनाई गई निमार्णाधीन टनल की सेफ्टी दीवार ही भूस्खलन की चपेट में आने से ढह गई।

दरअसल, ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेलवे परियोजना के अन्तर्गत कर्णप्रयाग के पास सिवाई गांव में बन रही निमार्णाधीन रेलवे टनल के बाहर रॉक बोल्टिंग कर भूस्खलन को रोकने के लिए बनाई गई दीवार भूधंसाव होने से क्षतिग्रस्त हो गई है। साथ ही टनल के ऊपर से गुजरने वाली कर्णप्रयाग सिवाई सड़क भी भूधंसाव की चपेट में आने से 15 मीटर धंसने के कारण मार्ग अवरुद्ध हो गया है। इसके चलते 13 गांवों का संपर्क भी टूट चुका है।

भारत सरकार रेलवे मंत्रालय का उत्तराखंड में ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल प्रोजेक्ट चल रहा है। इस रेलवे प्रोजेक्ट का काम काफी तेज गति से चल रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि जो कम्पनी इन प्रोजेक्टों में टनलों का निर्माण कार्य कर रही है, वह निर्माण में गुणवत्ता का ख्याल नहीं कर रही है। यही कारण है कि भूस्खलन को रोकने के लिए बनाई गई दीवार ही लैंडस्लाइड की चपेट में आ गई है।

स्थानीय निवासी महाबीर सिंह ने बताया कि जो कंपनी ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल प्रोजेक्ट का काम देख रही है, निर्माण कार्यों में काफी लापरवाही बरत रही है, जिसका खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है।

--आईएएनएस

स्मिता/एएनएम