विश्वविद्यालय के प्रचार के लिए राष्ट्रपति के जाली लेटरहेड का इस्तेमाल करने पर एफआईआर दर्ज

नई दिल्ली, 11 मई (आईएएनएस)। सोशल मीडिया की निगरानी के दौरान दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने पाया है कि एक व्यक्ति ने अपने विश्वविद्यालय को बढ़ावा देने (प्रमोट) के लिए कथित तौर पर भारत के राष्ट्रपति के जाली लेटरहेड का उपयोग किया है।
 
नई दिल्ली, 11 मई (आईएएनएस)। सोशल मीडिया की निगरानी के दौरान दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने पाया है कि एक व्यक्ति ने अपने विश्वविद्यालय को बढ़ावा देने (प्रमोट) के लिए कथित तौर पर भारत के राष्ट्रपति के जाली लेटरहेड का उपयोग किया है।

आईएएनएस द्वारा एक्सेस की गई एफआईआर में कहा गया है, यह प्रस्तुत किया जाता है कि सोशल मीडिया निगरानी के दौरान, यह पाया गया कि अमरदीप सिंह नाम के एक व्यक्ति ने अपने स्वयं के हस्ताक्षर के तहत भारत के माननीय राष्ट्रपति के लेटरहेड का इस्तेमाल लोगों को सूचित करने के लिए किया कि विक्रमशिला विश्वविद्यालय का उद्घाटन जल्द ही होने वाला है।

विशेष प्रकोष्ठ (स्पेशल सेल) पुलिस स्टेशन में भारतीय दंड संहिता की धारा 465 (जालसाजी के लिए सजा), 468 (धोखाधड़ी के उद्देश्य से जालसाजी) और 471 (जाली दस्तावेज के रूप में उपयोग करना) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।

जांच के दौरान पुलिस को दो फोन नंबर और एक वेबसाइट लिंक (विक्रमशिला यूनिवर्सिटी डॉट कॉम) के साथ ही लेटरहेड में उल्लिखित पता भी मिला है। प्राथमिकी के अनुसार, उपरोक्त वेबसाइट के पंजीकरण विवरण की मांग करते हुए एक नोटिस भेजा गया है।

विक्रमशिला यूनिवर्सिटी डॉट कॉम वेबसाइट का दावा है कि संस्थान भारत का पहला डिजिटल विश्वविद्यालय है और इसमें इसके संस्थापक और सीईओ अमरदीप सिंह का एक संदेश भी है।

विश्वविद्यालय ने अपने स्नातक कार्यक्रम के तहत परमाणु विज्ञान और प्रौद्योगिकी, नैनो टेक्नोलॉजी, भू सूचना विज्ञान, रिमोट सेंसिंग जैसे पाठ्यक्रमों की पेशकश करने का दावा किया है।

--आईएएनएस

एकेके/एएनएम